रियाद, 15 मई (हि.स.)। सऊदी अरब में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और सीरिया के अंतरिम राष्ट्रपति अहमद अल-शरा की मुलाकात ने मध्य पूर्व के कई देशों की चिंता बढ़ा दी है। इनमें इजराइल प्रमुख है। शरा पर कभी 10 मिलियन अमेरिकी डॉलर का इनाम था। सऊदी में जन्मे शरा पूर्व जिहादी हैं। सीरिया में सशस्त्र इस्लामी विद्रोह का नेतृत्व करने से पहले इराक में अमेरिकी सेना के खिलाफ लड़ाई में कई साल बिता चुके हैं। शरा को सीरिया के क्रूर तानाशाह बशर अल-असद को निर्वासित करने का श्रेय दिया जाता है। शरा सशस्त्र संघर्ष के दौरान आतंकी अबू मोहम्मद अल-जोलानी के नाम से कुख्यात रहा है।
सीएनएन की खबर के अनुसार, ट्रंप और शरा ने रियाद में बुधवार को चाय पी। यह वही जिहादी है जिस पर 10 मिलियन अमेरिकी डॉलर का इनाम रहा है। शरा ने सीरिया की आधी सदी पुरानी असद सरकार को उखाड़ फेंकने के साथ ईरान समर्थित सशस्त्र समूहों को बाहर खदेड़ा और खुद को देश का नेता घोषित किया। अल शरा को 2013 में अमेरिका की विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी सूची में डाला गया था। तब वह सीरिया में अल कायदा के सहयोगी अल नुसरा फ्रंट का नेतृत्व कर रहा था।
मध्य पूर्व के देशों में मिस्र, सीरिया, इजराइल, लेबनान, जॉर्डन, इराक, ईरान सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन, कतर, ओमान, संयुक्त अरब अमीरात, यमन, फिलिस्तीन, साइप्रस, तुर्किये, लीबिया, सूडान, जिबूती, मोरक्को, अल्जीरिया, ट्यूनीशिया हैं। सीएनएन के अनुसार, ट्रंप की रियाद यात्रा में बहुत कुछ ऐसा घटा है, जिससे इजराइल को काफी आघात लगा है। ट्रंप की सीरिया के खिलाफ प्रतिबंध खत्म करने की घोषणा सीधे-सीधे इजराइल को चुनौती देती है। एक इजराइली अधिकारी का कहना है कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अप्रैल में वाशिंगटन में ट्रंप से मुलाकात के दौरान कहा था कि सीरिया पर लगाए गए प्रतिबंध नहीं हटाए जाने चाहिए। ऐसा करने से सात अक्टूबर, 2023 जैसी घटना की पुनरावृत्ति हो सकती है।
नेतन्याहू ने शरा और उनकी नई सरकार के साथ आक्रामक रुख अपनाया था। असद के निष्कासन के बाद के दिनों में उन्होंने सीरिया में अभूतपूर्व जमीनी हमले का आदेश दिया था। इस तनाव से नए सीरिया के लिए अच्छे पड़ोसी बनने के नेतन्याहू के शुरुआती वादे को झटका लगा। इजराइल के सैकड़ों हवाई हमलों में असद के हथियारों के अवशेषों, विशेष रूप से उसके रासायनिक हथियारों को निशाना बनाया गया, ताकि उन्हें आतंकवादी समूहों के हाथों में पड़ने से रोका जा सके। यही नहीं इजराइली सेना ने सीरिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट हरमोन पर कब्जा कर लिया । यह ऐसी चोटी है जहां से लेबनान और सीरिया की सैन्य रणनीति पर नजर रखी जा सकती है।
नेतन्याहू ने पिछले हफ्ते एक वीडियो बयान में कहा, हमने असद शासन को उखाड़ फेंका, जिसका इस्तेमाल अनिवार्य रूप से लेबनान में ईरान और हिज्बुल्लाह के बीच जमीनी संपर्क के रूप में किया जाता था। उधर, अब ट्रंप ने रियाद में शरा को बेहतरीन युवा आकर्षक व्यक्ति बताया है। उन्होंने कहा कि शरा का मजबूत अतीत है और वह लड़ाकू है। नए सीरियाई राष्ट्रपति के पास सब कुछ संभालने का एक बेहतरीन मौका है।
व्हाइट हाउस और सऊदी विदेश मंत्रालय की जारी तस्वीरों में दोनों नेता मुस्कुराते हुए दिखाई दे रहे हैं। सीरियाई विदेश मंत्रालय ने कहा कि ट्रंप इस महत्वपूर्ण मोड़ पर सीरिया के साथ खड़े रहने के लिए प्रतिबद्ध हैं। व्हाइट हाउस के अनुसार, बैठक के दौरान ट्रंप ने प्रस्ताव दिया कि शरा कई कदम उठाएं, जिनमें इजराइल के साथ सामान्यीकरण, विदेशी और फिलिस्तीनी आतंकवादियों को बाहर निकालना और आईएसआईएस के फिर से उभरने को रोकने में अमेरिका की मदद करना शामिल है।
—————
हिन्दुस्थान समाचार / मुकुंद