अरुणाचल विधानसभा में शासन सुधार से जुड़े चार विधेयक पेश

अरुणाचल विधानसभा में शासन सुधार से जुड़े चार विधेयक पेश

इटानगर, 06 मार्च (हि.स.)। अरुणाचल प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र गुरुवार को राज्यपाल के अभिभाषण के साथ आरंभ हुआ। इस दौरान सदन में शासन को सुदृढ़ करने और प्रशासनिक तंत्र को प्रभावी बनाने के उद्देश्य से चार विधेयक पेश किए गए। पांच दिवसीय बजट सत्र 6 से 12 मार्च तक चलेगा।

उपमुख्यमंत्री चौना मीन, जो कर एवं उत्पाद शुल्क विभाग के प्रभारी भी हैं, ने अरुणाचल प्रदेश वस्तु एवं सेवा कर (संशोधन) विधेयक, 2025 पेश किया। यह विधेयक राज्य के 2017 के जीएसटी अधिनियम में संशोधन का प्रस्ताव करता है।

इसके अलावा, योजना एवं निवेश मंत्री के रूप में मीन ने अरुणाचल प्रदेश अरुण परिवार प्राधिकरण विधेयक, 2025 सदन में प्रस्तुत किया। इस विधेयक का उद्देश्य एक संगठित कानूनी ढांचा तैयार करना है, जिससे शासन में पारदर्शिता आए और कल्याणकारी योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित हो सके।

भूमि प्रबंधन मंत्री बालो राजा ने अरुणाचल प्रदेश सार्वजनिक परिसर (अनधिकृत कब्जाधारियों की बेदखली) विधेयक, 2025 पेश किया। यह विधेयक 2003 के अधिनियम में संशोधन कर सार्वजनिक संपत्तियों से अवैध कब्जे हटाने की प्रक्रिया को और प्रभावी बनाने के लिए लाया गया है।

राज्य में बाढ़ से संबंधित मुद्दों के समाधान के लिए, जल संसाधन मंत्री बियूराम वाहगे ने अरुणाचल प्रदेश बाढ़ क्षेत्र नियमन विधेयक, 2025 सदन में रखा। यह विधेयक राज्य में नदी बाढ़ क्षेत्र के नियमन से जुड़ी नीतियों को मजबूत करने के लिए प्रस्तावित किया गया है।

पूर्व मंत्री मेदी राम डोडुम को श्रद्धांजलि

विधानसभा सत्र के दौरान पूर्व मंत्री मेदी राम डोडुम को श्रद्धांजलि अर्पित की गई, जिनका 01 सितंबर 2024 को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था।

स्पीकर तेसम पोंगटे ने शोक प्रस्ताव रखते हुए डोडुम को एक समर्पित नेता और समाजसेवी बताया। उन्होंने कहा, उनका निधन राज्य के लिए अपूरणीय क्षति है, क्योंकि वे सदैव जनसेवा के प्रति प्रतिबद्ध रहे।

डोडुम ने 1984 में दोइमुख-सगाली विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था। हालांकि, शुरुआती असफलताओं के बावजूद वे सक्रिय राजनीति में बने रहे। 1986 में उन्होंने भाजपा का दामन थामा और 1988 में कांग्रेस में शामिल हो गए। 1995 में वे बामेंग सीट से विधायक बने और बागवानी विभाग में उपमंत्री का पद संभाला। 1996 में उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया, जहां वे 1999 तक बागवानी और मत्स्य पालन विभागों का प्रभार संभालते रहे।

उपमुख्यमंत्री मीन और गृह मंत्री मामा नाटुंग ने भी डोडुम के योगदान को याद करते हुए उनकी सेवाओं की सराहना की।

सदन ने उनके सम्मान में एक मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश

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