लखनऊ, 22 मई(हि.स.)। राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन की 63 वीं कार्यकारी समिति की बैठक में गंगा और उसकी सहायक नदियों के पुनर्जीवन एवं सीवेज प्रबंधन की दिशा में ठोस कदम पर जोर दिया गया। बैठक में उत्तर प्रदेश के आगरा में सीवेज प्रबंधन परियोजना के लिए 126.41 करोड़ रुपये की मंजूरी पर मोहर लगी। इस परियोजना के तहत 40 इंटरसेप्शन और डाइवर्जन संरचनाओं का निर्माण किया जाएगा। जो शहर के सीवेज नेटवर्क को प्रभावी रूप से संचालित करने में मदद करेंगी। इसके अतिरिक्त 21.20 किलोमीटर लंबी इंटरसेप्शन और डाइवर्जन सीवर लाइन बिछाई जाएगी। जो विभिन्न हिस्सों से सीवेज जल का समुचित प्रबंधन सुनिश्चित करेगी।
आगरा में सीवेज प्रबंधन परियोजना के तहत आधुनिक तकनीकों से लैस आठ अत्याधुनिक पंपिंग स्टेशन स्थापित किए जाएंगे। जो सीवेज जल के प्रवाह को नियंत्रित कर त्वरित परिवहन सुनिश्चित करेंगे। साथ ही, पांच मुख्य नालों में प्रभावी ट्रैश स्क्रीन लगाई जाएगी, जो प्रदूषकों और कचरे को रोककर जल स्रोतों की सुरक्षा करेंगी। यह परियोजना डिज़ाइन-बिल्ड-ऑपरेट-ट्रांसफर मॉडल पर आधारित है, जो तकनीकी और प्रबंधन दोनों दृष्टियों से स्थायी और प्रभावी समाधान प्रदान करेगी। इससे न केवल आगरा का पर्यावरण स्वच्छ और स्वस्थ रहेगा, बल्कि शहरवासियों की जीवन गुणवत्ता में भी सुधार होगा।
हिन्दुस्थान समाचार / श.चन्द्र