इटानगर, 21 मई (हि.स.)। इटानगर नगर निगम के नामांकन के लिए वार्ड नंबर 11 की सुनवाई प्रक्रिया को स्थगित कर अमान्य घोषित करने की मांग करते हुए, पूर्व नगरसेवक गोरा लोटक के नेतृत्व में वार्ड नंबर 11 के लोगों द्वारा एक संयुक्त ज्ञापन सौंपा गया।
अरुणाचल प्रेस क्लब में आज यहां मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए, पूर्व नगरसेवक लोटक ने दावा किया कि इस वर्ष इटानगर नगर निगम के मतदाता नामांकन के लिए 500 से अधिक फर्जी आवेदन जमा किए गए थे, बड़ी संख्या में अवैध आवेदन जमा करने की जानकारी मिलने के बाद हमने 19 मई को राज्य चुनाव आयोग और अरुणाचल प्रदेश सरकार को लिखित शिकायत सौंपी है। जिसमें आईएमसी वार्ड नंबर 11 से जमा किए गए फर्जी मतदाता नामांकन फॉर्म को रद्द करने की मांग की गई है। उन्होंने कहा कि आज तक अधिकारियों और चुनाव आयुक्त की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।
आज हमने ने फिर से डिप्टी कमिश्नर सह जिला नगरपालिका चुनाव अधिकारी, इटानगर को आईएमसी वार्ड नंबर 11 के लिए 20 मई को आयोजित सुनवाई प्रक्रिया को शून्य घोषित करने के लिए एक संयुक्त शिकायत दी है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि 620 में से 544 आवेदन फर्जी है, जिनके साथ फर्जी बिजली बिल, पानी का बिल और यहां तक कि फर्जी एनओसी का इस्तेमाल करके पंजीकरण करने की कोशिश की गयी है।
उन्होंने कहा कि शेष नामांकन पूरी तरह से फर्जी हैं और उन्होंने धोखाधाड़ी से फर्जी बिल, रसीदें पेश करके खुद को वार्ड नंबर 11 की मतदाता सूची में नामांकित किया है। यह साबित होता है कि 544 नामांकन वार्ड नंबर 11 के गैर-आवासीय हैं, जिसका अर्थ है कि न तो उनके पास कोई जमीन है और न ही उनके पास वार्ड नंबर 11 में कोई घर है और स्वशासन के दिशा-निर्देशों के अनुसार जो व्यक्ति उस विशेष क्षेत्र और अधिकार क्षेत्र से संबंधित नहीं है जिसमें वे नामांकन कर रहे हैं, उन्हें उस विशेष क्षेत्र में मतदाता के रूप में नामांकित नहीं किया जा सकता है जो यह दिखाने के लिए पर्याप्त है कि उन फर्जी नामांकनों पर सुनवाई प्रक्रिया के दौरान विचार नहीं किया जाना चाहिए। उनके फॉर्म को शून्य और अमान्य घोषित किया जाना चाहिए।
वार्ड क्रमांक 11 के वरिष्ठ सदस्य आरसी तस्सर ने दावा किया कि इस वर्ष नामांकन प्रक्रिया व्यवस्थित रूप से नहीं चल रही है, आवेदन प्राप्त करने या स्पॉट सत्यापन करने के लिए कोई ब्लॉक स्तर का अधिकारी (बीएलओ) नहीं था। उन्होंने संबंधित प्राधिकारी से सभी फर्जी आवेदकों को रद्द करने का अनुरोध किया, यदि ऐसा नहीं होता है तो वे लोकतांत्रिक आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि वार्ड क्रमांक 11 की शांति की रक्षा के लिए कानूनी मदद लेंगे, यह मानते हुए कि ये सभी फर्जी मतदाता राज्य के विभिन्न जिलों और राजधानी के अन्य वार्डों से हैं। वे निकट भविष्य में कानून और व्यवस्था को खराब कर सकते हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / तागू निन्गी