कक्षा में बच्चे खुशी, आत्मविश्वास व रुचि से ले सीख : एस.एस. चंधोक

कक्षा में बच्चे खुशी, आत्मविश्वास व रुचि से ले सीख : एस.एस. चंधोक

पतंजलि ऋषिकुल में ‘हैप्पी क्लासरूम’ विषय पर विशेष संवाद

प्रयागराज, 16 मई (हि.स.)। पतंजलि ऋषिकुल मे शुक्रवार को राधाकृष्णन सभागार में पतंजलि विद्यालय समूह के शिक्षक-शिक्षिकाओं के लिए हैप्पी क्लासरूम विषय पर ज्ञानवर्धक सत्र का आयोजन किया गया। वक्ता एस.एस चंधोक ने कहा कि कक्षा का वातावरण इस प्रकार का होना चाहिए जहां बच्चे खुशी, आत्मविश्वास और रुचि के साथ बेहतर सीख ले सकें।

एस.एस चंधोक टॉक शो के संस्थापक एस.एस चंधोक ने संवाद सत्र में हैप्पी क्लासरूम का आशय स्पष्ट करते हुए कहा कि इस प्रकार का वातावरण बनाने के लिए हमेशा कक्षा का वातावरण सकारात्मक रखें। सभी बच्चों को समान अवसर दें। पढ़ाई को रोचक और प्रभावी बनाने के लिए खेल और गतिविधियों का समावेश करें। बच्चों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें। बच्चों को अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए प्रोत्साहित करें। प्रेरणादायक कहानियां और उदाहरणों से बच्चों का मनोबल बढ़ाएं। समय-समय पर बच्चों और अभिभावकों से बातचीत करें। बच्चों की प्रगति और समस्याओं पर मिलकर काम करें। शिक्षक स्वयं प्रेरणादायक उत्साहित, धैर्यवान और सहानुभूति-पूर्ण बनें। क्योंकि शिक्षक का व्यवहार ही बच्चों को सर्वाधिक प्रभावित करता है। उन्होंने बताया कि बच्चों को सार्थक, सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने, विशाल लक्ष्य बनाने एवं उसे प्राप्त करने के लिए हमेशा प्रेरित करते रहना चाहिए।

विद्यालय की उपाध्यक्षा डॉ. कृष्णा गुप्ता ने कहा कि एक ऐसा कक्षा कक्ष हाे जहां बच्चे सिर्फ पढ़ाई ही नहीं करते, बल्कि सीखने का आनंद लेते हैं, जिज्ञासा से प्रश्न पूछते हैं और उत्साह से उत्तर ढूंढते हैं। वही एक सच्चा ’हैप्पी क्लासरूम’ कहलाता है।

विद्यालय की निदेशिका रेखा बैद एवं सचिव यशोवर्धन गुप्ता ने अपने संदेश में कहा कि आज का यह सत्र इस बात का प्रतीक है कि हम केवल किताबी ज्ञान ही नहीं, बल्कि जीवन के लिए आवश्यक मूल्यों, व्यवहार और संवेदनाओं को भी बच्चों तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध रहें। हम चाहते हैं कि हमारे विद्यालयों में कक्षा केवल पढ़ाई का ही नहीं, बल्कि संवाद, सहयोग, रचनात्मकता और समझदारी का भी केंद्र बने।

विद्यालय के प्रधानाचार्य नित्यानंद सिंह ने कहा कि निडर एवं प्रसन्न मन ही सीख सकता है, न कि भयभीत और दु;खी मन। वस्तुतः एक हैप्पी शिक्षक ही हैप्पी क्लासरूम बना सकता है। इस दौरान पतंजलि नर्सरी स्कूल की प्रधानाध्यापिका विभा श्रीवास्तव, पतंजलि ऋषिकुल एवं गंगागुरुकुलम् के समस्त शिक्षकगण उपस्थित रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र

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