कानपुर, 30 मई (हि.स.)। चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय (सीएसए) मैदान में आयोजित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा के दौरान एक 12 साल की बच्ची ने पीएम का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कराया। पीएम ने भरे मंच से एसपीजी के जरिये बच्ची के द्वारा लाये हुए उपहार को स्वीकार किया और सभी कैमरे बच्ची काे ओर हाे गये। यही नहीं पीएम ने पत्र के जरिये बच्ची काे धन्यवाद देने काे कहा। यह देख जनसभा में माैजूद लाेगाें के मुंह से अनायास निकल रहा था कि कानपुर में बच्ची ने पीएम का दिल जीत लिया।
पीएम को सुनने और अपनी बात को उन तक पहुंचाने के लिए जनसभा में हजारों की संख्या में समर्थक पहुंचे। इन समर्थकों में कुछ ऐसे नन्हे समर्थक भी थे। जिन्हें शायद राजनीति और दुनियादारी का तो ज्ञान नहीं है लेकिन वह इतना जरुर जानते हैं कि हमारे देश की सेना ने आतंकवादियों को जवाब देने के लिए पाकिस्तान में घुसकर उनके ठिकानों को नेस्तनाबूत करने का काम किया है। यह इसलिए संभव हुआ क्याेंकि पीएम की नीति आतंकवाद काे स्पष्ट है। ऐसे में कानपुर आने पर पीएम माेदी काे धन्यवाद देने के लिए पनकी की 12 वर्षीय शिवन्या तिवारी ने ठान लिया कि इस सफलता के लिए वह पीएम मोदी से मिलकर उन्हें धन्यवाद प्रदान करेगी। उसने अपने पिता से जिद कर कहा कि मुझे यह पेंटिंग मोदी अंकल को देनी है। जिसमें उसने चित्र के जरिए ऑपरेशन सिंदूर और भारतीय सेना को दर्शाया था।
इसी दौरान पीएम मोदी ने भाषण शुरू करते ही बच्ची की तरफ देखा और सुरक्षाकर्मियों को आदेशित करते हुए कहा कि बच्ची के हाथ में जो भी संदेश है। उसे लेकर आओ साथ ही बच्ची से कहा कि उस चित्र के पीछे अपना नाम और पता भी लिख देना ताकि पत्र के माध्यम से मैं आपको जवाब दे सकूँ।
पनकी इलाके में रहने वाली 12 वर्षीय शिवन्या तिवारी वीरेंद्र स्वरूप स्कूल में कक्षा सात की छात्रा है। उसने बताया कि उसके पिता प्राइवेट नौकरी करते हैं। जबकि मां ग्रहणी है। घर में उसके अलावा पांच साल का छोटा भाई भी है।
आगे शिवन्या कहतीं हैं कि वह ऑपरेशन सिंदूर से काफी प्रभावित हुई है। इसलिए भविष्य में वह बड़ी होकर ऑपरेशन सिंदूर को लीड करने वाली कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह की तरह बनना चाहती हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / रोहित कश्यप