अहमदाबाद | गुजरात माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा फरवरी-मार्च 2025 में आयोजित कक्षा 10वीं की परीक्षा का परिणाम आज घोषित किया गया। इस साल रिकॉर्डब्रेक 83.08% परिणाम सामने आया है। इसमें मेहसाणा के कांसा केंद्र और भावनगर के भोलाद केंद्र का सबसे अधिक 99.11% परिणाम रहा, जबकि खेड़ा जिले के अंबाव केंद्र का सबसे कम 29.56% परिणाम दर्ज किया गया।
पिछले वर्ष की तुलना में इस बार 0.52% अधिक छात्र पास हुए हैं। छात्रों का पास प्रतिशत 79.56% और छात्राओं का 87.24% रहा, यानी लड़कियों ने लड़कों से 7.68% बेहतर प्रदर्शन किया।
ग्रेड अनुसार आंकड़े:
- A1 ग्रेड पाने वाले छात्र: 28,055
- A2 ग्रेड पाने वाले छात्र: 86,459
गणित, विज्ञान और गुजराती में सबसे ज्यादा छात्र फेल:
- गणित में 16.53% (1,13,352 छात्र) फेल
- विज्ञान में 12.16% (90,791 छात्र) फेल
- गुजराती में 8.71% (54,614 छात्र) फेल
यह चिंता का विषय है कि छात्र अब अपनी मातृभाषा गुजराती को भी कठिन मानने लगे हैं। न सिर्फ अंग्रेजी माध्यम, बल्कि गुजराती माध्यम के छात्र भी गुजराती विषय में अच्छे अंक नहीं ला पा रहे हैं।
जिलेवार परिणाम:
- सबसे अच्छा प्रदर्शन: बनासकांठा जिला (89.29%)
- सबसे कमजोर प्रदर्शन: खेड़ा जिला (72.55%)
- विद्यालयों की स्थिति:
- 1,574 स्कूलों का 100% परिणाम
- 201 स्कूलों का परिणाम 30% से भी कम
- 45 स्कूलों का परिणाम शून्य (0%) रहा
सपनों को मिली उड़ान: सूरत के नंद ने कठिनाइयों को दी मात, बने टॉपर:
सूरत के छात्र नंद मेदपरा ने 92% अंक प्राप्त कर एवन ग्रेड हासिल किया है। नंद के पिता महेश मेदपरा लकवे (पैरालिसिस) के कारण बिस्तर पर हैं, इसके बावजूद नंद ने कठिन परिस्थितियों में शानदार प्रदर्शन किया।
नंद का सपना है कि वह केमिकल इंजीनियर बने और अपने माता-पिता की इच्छाओं को पूरा करे। जानकारी के अनुसार, नंद की आर्थिक स्थिति कमजोर है और वह अपनी पढ़ाई का खर्च स्वयं वहन करता है। ऐसी स्थिति में भी उसने मेहनत और लगन से 10वीं बोर्ड परीक्षा में शानदार सफलता हासिल की है।
नंद की यह कहानी उन सभी छात्रों के लिए प्रेरणा है, जो कठिनाइयों के बावजूद आगे बढ़ने का हौसला रखते हैं।