गुना 31 मई (हि.स.)। जिले के पनवाड़ी हाट पुलिस चौकी पर हुई एक एफआईआर को लेकर रघुवंशी समाज के लोगों में आक्रोश देखा गया। बड़ी संख्या में समाजजन शनिवार को जिला पर एकत्र हुए और पुलिस अधीक्षक अंकित सोनी को ज्ञापन सौंपते हुए प्रकरण को झूठा बताते हुए निरस्त करने की मांग की। ज्ञापन में बताया गया कि ग्राम बरोद निवासी रामकृष्ण रघुवंशी के घर में 28 मई की रात एक व्यक्ति चोरी की नीयत से घुसा था। ग्रामीणों ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया और तत्काल डायल 100 सहित पनवाड़ी हाट चौकी प्रभारी को सूचना दी गई, लेकिन पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। इसके बाद ग्रामीणों ने आरोपी का वीडियो बनाकर, स्थानीय समझाइश पर, रात करीब 2: 30 बजे उसे छोड़ दिया।
समाज का आरोप है कि आरोपी व्यक्ति ने अगली सुबह चौकी पहुंचकर दीपक और भानु रघुवंशी के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज करवा दिया। पुलिस ने न तो पीड़ित पक्ष की बात सुनी और न ही किसी प्रकार की प्राथमिक जांच की। जब रघुवंशी समाज के लोग चौकी पहुंचे और उन्होंने वीडियो साक्ष्य सहित पूरा घटनाक्रम प्रस्तुत किया, तब भी उन्हें टालमटोल कर चलता कर दिया गया।
इस एकतरफा कार्यवाही को समाज ने पक्षपातपूर्ण बताया और मांग की कि एससी-एसटी एक्ट के तहत दर्ज एफआईआर की निष्पक्ष जांच कर उसे निरस्त किया जाए। साथ ही, दोषी व्यक्ति के खिलाफ कानून सम्मत कार्यवाही की जाए ताकि भविष्य में कोई निर्दोष झूठे मामलों में न फंस सके। ज्ञापन देने पहुंचे समाजजनों ने यह भी कहा कि यदि शीघ्र न्याय न मिला तो वे आगे आंदोलनात्मक कदम उठाने को बाध्य होंगे। मौके पर रघुवंशी समाज के सैकड़ों लोग मौजूद रहे, जिन्होंने शांतिपूर्ण ढंग से अपनी बात रखते हुए न्याय की मांग की।
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हिन्दुस्थान समाचार / अभिषेक शर्मा