ग्यारहवीं की प्रवेश प्रक्रिया 10 लाख विद्यार्थियों ने कराया पंजीकरण

मुंबई, 1 जून (हि.स.)। महाराष्ट्र में कक्षा 11वीं की ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया के पहले चरण में ऱविवार शाम तक 10 लाख से अधिक विद्यार्थियों ने अपना पंजीकरण कराया है। यह जानकारी सहनिदेशक (माध्यमिक) डॉ. श्रीराम पानझाडे ने दी है। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया में आने वाली सभी तकनीकी समस्याओं का समाधान किया जा रहा है।

ग्यारहवीं में प्रवेश के लिए बार-बार वेबसाइट हैंग होने के कारण विद्यार्थी परेशान हैं। इस बीच राज्य सरकार के स्कूली शिक्षा विभाग की ओर से कहा गया है कि राज्य भर से विद्यार्थी पंजीकरण करा रहे हैं। इस बीच दबाव के कारण वेबसाइट का धीमा चलना, प्रवेश शुल्क का भुगतान, कॉलेज वरीयता क्रम भरने में बाधा जैसी कुछ समस्याएं सामने आई हैं। प्रक्रिया सुचारू रूप से चले, इसके लिए संबंधित कंपनी के माध्यम से तत्काल वैकल्पिक व्यवस्था करने का प्रयास किया गया है। प्रवेश प्रक्रिया के लिए पंजीकरण फॉर्म भरने के लिए विद्यार्थियों को 26 मई से 3 जून 2025 तक पर्याप्त समय दिया गया है। पहले राउंड की प्रोविजनल मेरिट लिस्ट घोषित होने के बाद यदि किसी विद्यार्थी को कोई शिकायत है तो अंतिम मेरिट लिस्ट घोषित होने से पहले हर शिकायत का समाधान कर दिया जाएगा। यह पूरी प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से की जा रही है। किसी भी विद्यार्थी से परेशान होने की जरूरत नहीं है। ग्यारहवीं प्रवेश प्रक्रिया की वेबसाइट पर कुछ बदलाव और नए विकल्प शामिल करना जरूरी है। इस पर काम शुरू हो गया है। घोषित कार्यक्रम के अनुसार 21 मई 2025 से वास्तविक छात्र पंजीकरण शुरू करना संभव नहीं था। वेबसाइट में तकनीकी समस्याओं का समाधान किया गया और 26 मई 2025 से छात्र पंजीकरण शुरू किया गया।

छात्रों को होने वाली समस्याओं के समाधान के लिए विभागीय स्तर पर तकनीकी सलाहकार, मार्गदर्शन केंद्र, हेल्पलाइन नंबर, सहायता डेस्क, मराठी और अंग्रेजी में सूचना पुस्तिकाएं, प्रश्न व उत्तर, छात्र उपयोगकर्ता पुस्तिका और ‘कैरियर पथ’ टैब उपलब्ध कराया गया है। यदि छात्र अपने छात्र लॉगिन में कोई बदलाव करना चाहते हैं, तो एक शिकायत टैब उपलब्ध कराया गया है। विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि छात्रों व अभिभावकों के लिए विभागीय स्तर और जिला स्तर पर अधिकारियों-कर्मचारियों के संपर्क नंबर वेबसाइट पर दिए गए हैं। प्रवेश प्रक्रिया वर्ष 2025-26 से पूरे राज्य में लागू की जाएगी। इसलिए 9342 जूनियर कॉलेजों से 20 लाख 88 हजार से अधिक छात्रों की प्रवेश क्षमता उपलब्ध हुई है।

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हिन्दुस्थान समाचार / वी कुमार

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