जयपुर में 3 से 8 जून तक होगा ‘सन टू ह्यूमन’ शिविर

जयपुर में 3 से 8 जून तक होगा ‘सन टू ह्यूमन’ शिविर

जयपुर, 1 जून (हि.स.)। सन टू ह्यूमन फाउंडेशन की ओर से 3 जून से 8 जून तक भवानी निकेतन, जयपुर में आयोजित होने वाले विशाल शिविर की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। रविवार को आयोजन समिति के सदस्यों ने शिविर स्थल का निरीक्षण किया और वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। साथ ही व्यवस्थाएं संभाल रहे वॉलिंटियर्स से बातचीत कर आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।

शिविर को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया लगभग पूर्ण हो चुकी है और बड़ी संख्या में लोग आयोजन स्थल को पहले ही देखने पहुंच रहे हैं। शिविर के प्रणेता परम आलयजी की मुख्य प्रशिक्षिका गार्गी मां रविवार को इंदौर से जयपुर पहुंचीं और अपनी टीम के साथ डेमो सत्र का संचालन किया। वे शिविर के पहले तीन दिन साधकों को विशेष रूप से संबोधित करेंगी।

इस बार शिविर में लगभग 25 हजार लोगों के भाग लेने की संभावना है। इसके अनुसार आयोजन स्थल पर सुविधाएं विकसित की गई हैं। लगभग 2 हजार वॉलिंटियर्स को शिविर की विभिन्न जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं ताकि संचालन सुचारु रूप से हो सके। आयोजन स्थल पर बनाए गए विशाल पंडाल, मंच और साधकों के बैठने की व्यवस्था को अंतिम रूप दिया गया।

वॉलिंटियर्स और अन्य उपस्थित लोगों को विभिन्न अभ्यास और प्रयोग भी कराए गए। साथ ही चार विशाल पंडालों में अल्कलाइन नाश्ते की व्यवस्था की गई है। मीडिया प्रभारी राजेश नागपाल के अनुसार यह शिविर लगभग 2 लाख वर्ग फीट क्षेत्र में आयोजित किया जा रहा है, जिसमें 20 से 25 हजार साधक व्यवस्थित रूप से बैठ सकेंगे। रजिस्ट्रेशन अब केवल विशेष परिस्थितियों में ही स्वीकार किया जाएगा और इसके लिए शिविर स्थल पर कुछ विशेष काउंटर खोले जाएंगे।

संयोजक संजय महेश्वरी ने बताया कि शिविर में भाग लेने वाले साधकों को जीवन से जुड़ी अनेक समस्याओं के समाधान तथा शरीर, मन और चेतना के विकास के सूत्र सिखाए जाएंगे। संयोजक संजय महेश्वरी, नरेंद्र वैद्य और कमल सोमानी ने बताया कि यदि सम्यक ज्ञान और व्यायाम को आदत में लाया जाए तो अनेक प्रकार की व्याधियों से मुक्ति मिल सकती है और जीवन में सकारात्मक बदलाव संभव है।

शिविर में सुबह 5.30 से 7.30 बजे तक नियमित सत्र आयोजित किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त दिल्ली से मंगवाई गई विशेष एसी टॉयलेट बसों की व्यवस्था भी की गई है ताकि साधकों को अधिकतम सुविधा मिल सके। चार विशेष डोम भी बनाए गए हैं।

पंजीयन अनिवार्य रखा गया है और सभी साधकों को शिविर में प्रवेश के लिए पहचान पत्र अनिवार्य रूप से लाना होगा। नाश्ते के लिए साधकों को अपने घर से प्लेट, गिलास, चम्मच, तेज धार वाला चाकू, बैठने का आसन, पानी की बोतल और सिर ढकने का रुमाल लाना होगा।

मीडिया प्रभारी राजेश नागपाल के अनुसार शिविर में पहले तीन दिन गार्गी मां साधकों को शरीर की शक्तियों को जाग्रत करने के अभ्यास कराएंगी, जबकि अगले तीन दिन परम आलय जी के निर्देशन में ब्रेन पावर, मन, विचार और चेतना पर केंद्रित सत्र होंगे। शिविर में बताया जाएगा कि कैसे छोटे-छोटे प्रयोगों से डायबिटीज, बीपी, थायराइड, आर्थराइटिस, माइग्रेन, हृदय रोग और डिप्रेशन जैसी बीमारियों से राहत मिल सकती है।

शिविर में प्रतिभागियों को ऊर्जावान अल्कलाइन नाश्ता भी निःशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा। आयोजकों ने अधिक से अधिक संख्या में लोगों से शिविर में भाग लेने की अपील की है ताकि वे इस विशेष साधना शिविर का लाभ उठा सकें।

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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश

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