• कोस्टगार्ड ने हेलीकॉप्टर से बोट लोकेट किया, दो मछुआरों से पूछताछ
वलसाड, 19 मई (हि.स.)। अमरेली जिले के जाफराबाद समुद्र किनारे से करीब 22 नॉटिकल मिल दूर संदिग्ध बोट का पता चल गया है। रवि नामक यह बोट वलसाड का है। 18 मई को इस संदिग्ध बोट को जाफराबाद में मछली पकड़ने वाले लोगों ने देखा था, जिसके बाद इसकी सूचना कोस्टगार्ड को दी गई थी, लेकिन जैसे ही कोस्टगार्ड वहां पहुंचे संदिग्ध बोट तेजी से भागने लगी। इसके बाद कोस्टगार्ड ने हेलीकॉप्टर के जरिए संदिग्ध बोट को ट्रैक करना शुरू किया था।
वलसाड जिले के 70 किलोमीटर लंबे समुद्र किनारे को देखते हुए पुलिस को अलर्ट कर दिया गया था। इस दौरान बोट के वलसाड समुद्र किनारे पहुंचते ही पुलिस ने बोट को अपने कब्जे में ले लिया। कोस्टगार्ड ने हेलीकॉप्टर के जरिए बोट को लोकेट कर लिया था। वलसाड पुलिस के अनुसार जांच में पता चला कि रवि नामक बोट वलसाड की है। बोट में सवार दो लोग वलसाड के स्थानीय मछुआरे हैं। रविवार को मछली पकड़ने के दौरान जाफराबाद के समीप इनका बोट बिगड़ गया था। इसके कारण इससे धुंआ निकलना शुरू हो गया, जिससे अन्य मछुआरों को यह संदिग्ध बोट लगा, जिससे उन्होंने इसकी सूचना कोस्टगार्ड को दी थी। दूसरी ओर वलसाड के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप एसओजी और लोकल क्राइम ब्रांच एलसीबी की टीम ने दोनों मछुआरों को हिरासत में ले लिया है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पुलिस के उच्चाधिकारियों ने दोनों मछुआरों से पूछताछ की है।
—————
हिन्दुस्थान समाचार / बिनोद पाण्डेय