कठुआ 30 मई (हि.स.)। गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज बसोहली ने आतंकवाद को खत्म करने और राष्ट्रीय संप्रभुता को कायम रखने के उद्देश्य से एक निर्णायक सैन्य अभियान ऑपरेशन सिंदूर का गर्व से जश्न मनाया। इस समारोह में एनसीसी कैडेट, छात्र और संकाय सदस्यों ने भारतीय सशस्त्र बलों के प्रति अपनी गहरी कृतज्ञता व्यक्त की तथा राष्ट्रीय एकता और अखंडता के मूल्यों को बढ़ावा दिया।
जीडीसी बसोहली में कार्यक्रम की शुरुआत एक विशेष देशभक्ति गीत प्रदर्शन और कॉलेज के छात्रों द्वारा दिए गए प्रेरक भाषणों से हुई। छात्रों ने पहलगाम आतंकवादी हमले पर आधारित एक नाटक भी प्रस्तुत किया। कॉलेज समुदाय के सशस्त्र बलों के प्रति एकजुटता और सम्मान दिखाने के लिए एक साथ आने से माहौल गर्व और देशभक्ति से भर गया। जीडीसी बसोहली के प्रिंसिपल डॉ. सुनील गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक नाम नहीं है, यह लाखों भारतीयों की भावनाओं और संकल्प का प्रतिबिंब है। हमारे सैन्य बलों की सटीक और साहसी कार्रवाई न्याय के प्रति हमारे राष्ट्र की प्रतिबद्धता की एक मिसाल है। जब कोई देश राष्ट्र प्रथम के सिद्धांत के तहत एकजुट होता है, तो साहसिक निर्णय ऐतिहासिक परिणाम देते हैं। हम अपने सशस्त्र बलों के बहादुर दिलों को सलाम करते हैं जो हमारे राष्ट्र की अखंडता की रक्षा के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। यह समारोह न केवल सेना के लिए एक श्रद्धांजलि के रूप में बल्कि एक शैक्षिक अनुभव के रूप में भी कार्य करता है, जो छात्रों को सैनिकों द्वारा किए गए बलिदानों और राष्ट्र की सुरक्षा की रक्षा में सतर्क रहने के महत्व की याद दिलाता है। जीडीसी बसोहली जिम्मेदार और देशभक्त नागरिकों को पोषित करने के लिए प्रतिबद्ध है, और ऑपरेशन सिंदूर का स्मरणोत्सव उस मिशन का एक वसीयतनामा है।
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हिन्दुस्थान समाचार / सचिन खजूरिया