
हरिद्वार, 14 मई (हि.स.)। हरिद्वार में भगतसिंह चौक के पास वंदे भारत एक्सप्रेस के आगे लेटकर आत्महत्या करने वाले स्त्री-पुरुष की चार दिन बाद भी पहचान नहीं हो सकी है। इसकी वजह रेलवे ट्रैक के पास कैमरे काफी दूर लगे होना है, जिनमें ट्रैक के पास की गतिविधियां साफ नहीं हैं। दूसरे, आत्महत्या करने वाले युगल के शवों के साथ ही चेहरे भी क्षत-विक्षत हैं, जिससे उनकी पहचान मुश्किल है। तीसरे जनपद कि किसी भी थाने में ऐसी कोई गुमशुदगी भी दर्ज नहीं हुई है। इसलिए अनुमान लगाया जा रहा है कि युगल आत्महत्या के लिए कहीं बाहर से आया होगा।
ज्वालापुर कोतवाली इंचार्ज अमरजीत सिंह ने बताया कि नियमानुसार शवों को अब मोर्चरी में नहीं रखा जा सकता। आज शवों के पोस्टमार्टम तथा डीएनए व अन्य साक्ष्य सुरक्षित करने के बाद दोनों शवों की अंत्येष्टि करा दी गयी। शिनाख्त की दृष्टि से हरिद्वार से लगे जनपदों के पुलिस अधिकारियों को संपूर्ण विवरण भेज दिया गया है।
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हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला