उमरिया 30 मई (हि.स.)। बड़े-बड़े जगहों मे बड़े अस्पतालों मे डिलीवरी के लिए गई महिलाओं को जहाँ बच्चे के जीवन का भय दिखाकर ऑपरेशन करा दिया जाता है। वहीं छोटे से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मे संविदा एएनएम ने बिना संसाधन के कुशलता पूर्वक महिला की डिलीवरी करवाई वह भी तीन बच्चियों की ।
दरअसल, यह मामला जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अमरपुर का है, जहाँ दिनांक दो दिन पूर्व दर्द से छटपटाती हुई महिला दोपहर में अस्पताल पहुंची, वहां मालूम हुआ कि चिकित्सक है ही नहीं । खोजने पर ज्ञात हुआ कि डाक्टर शिव प्रजापति अपने कमरे मे आराम फरमा रहे हैं और डियूटी पर मौजूद संविदा एएनएम ने ज़ब महिला को देखा तो उसके भीतर की महिला संवेदना जाग उठी और बिना देर किये बिना किसी से कुछ कहे अपनी सूझबूझ से पीड़ित महिला को डिलीवरी रूम मे लेकर गई। चेकअप कर ही रही थी कि उक्त महिला के पेट पर तेज प्रेशर आया, जिसके संहालते हुए एएनएम ने एक स्वस्थ्य बच्ची का जन्म करवा दिया। फिर तीन मिनट बाद ही दूसरी बच्ची का भी जन्म हो गया । इसके बाद भी जब महिला के दर्द में आराम नहीं मिला तो एएनएम देखती रही और 26 मिनट बाद फिर तीसरी बच्ची का भी जन्म हो गया।
इस तरह से सारा काम एएनएम ने खुद ही बिना डाक्टर और बिना स्वीपर के पूरा कर दिया। ग्राम पड़वार निवासी उर्मिला बर्मन पति गोकुल बर्मन उम्र 30 वर्ष ने अपनी आपबीती में बताया कि अमरपुर अस्पताल पहुंचने पर डाक्टर साहब नहीं मिले। नर्स दीदी रहीं । वे ही मुझे भरती कीं और हमारी डिलीवरी करवाई। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अमरपुर में पदस्थ संविदा एएनएम अभिलाषा सिंह ने बताया कि हमारे यहाँ ग्राम पड़वार की उर्मिला बर्मन पति गोकुल बर्मन उम्र 30 वर्ष दिनांक 27 मई की दोपहर 2.50 पर आईं तो वो लेबर पेन से पीड़ित रहींं। मैंने तत्काल भरती किया। जांच में पता लगा कि थोड़ा सा प्रयास करने पर नार्मल डिलीवरी हो जाएगी, तब मैंने प्रयास किया और तीन बच्चियों का जन्म सफलता से पूरा हुआ। बच्चियों को स्वास्थ्य देख रेख की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए जिला अस्पताल कटनी भेज दिया गया, वहां जच्चा – बच्चा दोनों स्वस्थ्य हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / सुरेन्द्र त्रिपाठी