तिरंगा यात्रा भारतीय सेना के शौर्य पराक्रम व बलिदान का प्रतीक : प्रकाश पाल

तिरंगा यात्रा भारतीय सेना के शौर्य पराक्रम व बलिदान का प्रतीक : प्रकाश पाल

कानपुर, 16 मई (हि. स.)। तिरंगा यात्रा भारतीय सेना के शौर्य, पराक्रम और बलिदान का प्रतीक है। यह यात्रा देशवासियों में राष्ट्रभक्ति और एकता की भावना को सुदृढ़ करने का कार्य करेगी। यह बातें शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी के कानपुर-बुंदेलखंड के क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रकाश पाल ने नौबस्ता स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में बैठक के दौरान कही।

प्रकाश पाल ने वहीं दूसरी ओर महारानी अहिल्याबाई होल्कर को भारतीय संस्कृति और धर्म की संरक्षक बताते हुए कहा कि मुगल शासन काल में उन्होंने न सिर्फ अपने परिवार और राज्य का सफल संचालन किया, बल्कि काशी विश्वनाथ, सोमनाथ सहित देशभर के प्रमुख मठ-मंदिरों का जीर्णोद्धार कराया। उन्होंने नदी-जलाशयों का निर्माण कर समाज को जल संरक्षण की प्रेरणा भी दी।

क्षेत्रीय अध्यक्ष ने बैठक में मॉनिटरिंग टीम के सदस्यों से दोनों अभियानों को जन-अभियान के रूप में बदलने के लिए सतत निगरानी, प्रचार-प्रसार और स्थानीय जनभागीदारी बढ़ाने के निर्देश दिए। बैठक में 31 मई तक ग्राम स्तर तक चलने वाली तिरंगा यात्रा एवं पुण्यश्लोक महारानी अहिल्याबाई होल्कर के योगदान पर आधारित जन-जागरूकता अभियान को सफल बनाने की रूपरेखा पर विस्तार से चर्चा की।

मीडिया प्रभारी अनूप अवस्थी ने बताया कि अहिल्याबाई होल्कर त्रिशताब्दी के अवसर कल 17 मई एवं 18 मई को जिला स्तरीय बैठके सभी 17 जिलों में सम्पन्न होगी।

इस अवसर पर क्षेत्रीय महामंत्री पूनम द्विवेदी, अनीता गुप्ता, पवन प्रताप सिंह, सुनील तिवारी, मोहित सोनकर, पिछड़ा मोर्चा के क्षेत्रीय अध्यक्ष मनोज राजपूत, आलोक शुक्ला, पुष्पा तिवारी, जयंती राजपूत, अरुण पाल, हर्ष द्विवेदी, सौरभ कमल, भूपेंद्र त्रिपाठी सहित कई अन्य प्रमुख कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / मो0 महमूद

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