त्रिशताब्दी वर्ष पर गूंजा ‘हर-हर गंगे’: लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर के पदचिन्हों पर चला विंध्याचल

त्रिशताब्दी वर्ष पर गूंजा ‘हर-हर गंगे’: लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर के पदचिन्हों पर चला विंध्याचल

मीरजापुर, 31 मई (हि.स.)। शिवभक्ति, धर्म और आस्था का अद्वितीय संगम शनिवार को विंध्याचल के दीवान घाट पर देखने को मिला, जहां लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की जन्म त्रिशताब्दी के पावन अवसर पर विशेष समारोह का आयोजन हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने माता अहिल्याबाई की प्रेरणादायी जीवनी पर प्रकाश डालते हुए बताया कि कैसे उन्होंने पूरे भारतवर्ष में धार्मिक स्थलों, मंदिरों और धर्मशालाओं का निर्माण कर सनातन संस्कृति को सशक्त किया।

श्री सिंह ने कहा कि माता अहिल्याबाई का जीवन समाज, सेवा और श्रद्धा का प्रतीक है। उन्हीं के मार्ग पर चलते हुए हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आज देशभर में तीर्थ स्थलों के नव निर्माण व पुनरुद्धार में जुटे हैं।

समारोह का शुभारंभ भाजपा जिलामंत्री हेमंत त्रिपाठी ने किया। इसके बाद मां गंगा की भव्य महाआरती का आयोजन हुआ, जिसमें ‘हर-हर गंगे’ के जयघोष से घाट गुंजायमान हो उठा। दीपों की रौशनी, मंत्रोच्चार और भक्तिमय वातावरण ने उपस्थित जनसमूह को एक अलौकिक अनुभव दिया।

इस अवसर पर अनेक गणमान्य जनप्रतिनिधि और पदाधिकारी मौजूद रहे, जिनमें क्षेत्रीय अध्यक्ष काशी दिलीप पटेल, विधायक रत्नाकर मिश्र, विधायक शुचिस्मिता मौर्या, एमएलसी विनीत सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष राजू कन्नौजिया, नगर पालिका अध्यक्ष श्याम सुंदर केसरी, पूर्व सांसद रामसकल, क्षेत्रीय मंत्री राजेश राजभर, पूर्व जिलाध्यक्ष मनोज जायसवाल, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष आभा पटेल, मीडिया प्रभारी ज्ञान प्रकाश दूबे प्रमुख रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा

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