बांदा, 29 मई (हि.स.)। जनपद बांदा में गुरुवार की दोपहर अचानक बदले मौसम ने तबाही मचा दी। तेज आंधी और बारिश के साथ गिरी आकाशीय बिजली ने दाे अलग-अलग स्थानों पर कहर बरपाया। इन घटनाओं में एक वृद्ध समेत दाे लोग झुलस गए, जबकि दो भैंस, दो पड़िया की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।
पहली घटना बबेरू कोतवाली क्षेत्र के बेर्राव गांव की है। यहां 80 वर्षीय किसान केशन कुशवाहा पुत्र पंचा कुशवाहा गुरुवार को अपने मवेशियों को चराने खेत पर गए थे। दोपहर लगभग 11:30 बजे अचानक तेज बारिश और गरज के साथ बिजली गिरी। बारिश से बचने के लिए वे गांव के ही राजू द्विवेदी के खेत में शमी के पेड़ के नीचे खड़े हो गए, लेकिन दुर्भाग्यवश वहीं आकाशीय बिजली गिर गई। इस हादसे में उनकी दो भैंस और दो पड़िया मौके पर ही मर गईं, जबकि केशन कुशवाहा गंभीर रूप से झुलस गए। ग्रामीणों की मदद से उन्हें तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बबेरू में भर्ती कराया गया, जहां उनका उपचार जारी है।
ग्रामीणों ने बताया कि केशन अत्यंत गरीब हैं और अपने मवेशियों के दूध से ही परिवार का पालन-पोषण करते हैं। मवेशियों की मौत से उनका पूरा सहारा छिन गया है। ग्रामीणों ने शासन से मुआवजे की मांग की है।
दूसरी घटना शहर कोतवाली क्षेत्र के कहला गांव की है, जहां 26 वर्षीय शीला पत्नी प्रभू दोपहर में अपने घर के दरवाजे पर खड़ी थीं। तभी बिजली गिरने से वह झुलस गईं। परिजनों द्वारा उन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया।
तीसरी घटना छतरपुर जिले के खडड़ी गांव की है, जहां 50 वर्षीय रूबी पत्नी लालू खेत में बकरी चरा रही थीं। अचानक बिजली गिरने से वह चपेट में आ गईं और गंभीर रूप से झुलस गईं। इस घटना में उनकी दो बकरियों की भी मौत हो गई।
बारिश के कारण कई क्षेत्रों में जलभराव हो गया है और ग्रामीण पानी निकालने के प्रयास में जुटे हैं। वहीं पीड़ित परिवारों ने शासन से आर्थिक मदद और मुआवजे की मांग की है।
इन प्राकृतिक आपदाओं में पीड़ित परिवारों को तत्काल राहत देने के लिए ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन से गुहार लगाई है। साथ ही, खराब मौसम में ग्रामीणों को सतर्क रहने और खुले मैदान या पेड़ों के नीचे शरण न लेने की सलाह दी गई है।
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हिन्दुस्थान समाचार / अनिल सिंह