– बद्रीश महाराज ने श्रीमद्भागवत कथा में किया दिव्य वर्णन
मीरजापुर, 15 मई (हि.स.)। ड्रमंडगंज क्षेत्र के बबुरा रघुनाथ सिंह (कठारी) गांव में चल रही सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन का आयोजन दिव्य और भक्तिमय वातावरण में सम्पन्न हुआ। इस पावन अवसर पर मद्रास हाई कोर्ट के न्यायाधीश विवेक कुमार सिंह भी विशेष रूप से कथा श्रवण को पहुंचे। उन्होंने कथा प्रारंभ से पूर्व श्रीमद्भागवत महापुराण और कथा व्यास बद्रीश महाराज की आरती कर पूजन किया।
कथा व्यास बद्रीश ने न्यायाधीश विवेक सिंह को श्रीमद्भागवत महापुराण भेंट कर उनका स्वागत किया और फिर श्रीहरि विष्णु के दिव्य अवतारों की महिमा का विस्तार से वर्णन किया। उन्होंने वामन, कच्छप, राम और कृष्ण अवतारों की जीवंत झांकी प्रस्तुत करते हुए बताया कि कैसे भगवान हर युग में अधर्म के विनाश और धर्म की स्थापना के लिए अवतरित होते हैं।
वामन अवतार की कथा में उन्होंने बताया कि भगवान ने तीन पग भूमि मांगकर पूरे ब्रह्मांड को नाप लिया और राजा बलि को अहंकार से मुक्त कर भक्ति की ओर उन्मुख किया। कच्छप अवतार में समुद्र मंथन के समय भगवान ने मंदराचल पर्वत को अपनी पीठ पर धारण कर देव-दानवों को अमृत प्राप्ति में सहारा दिया।
रामावतार के प्रसंग में उन्होंने भगवान राम के आदर्श जीवन पर प्रकाश डाला — कैसे उन्होंने मर्यादा पुरुषोत्तम बनकर रावण का वध किया और समाज को धर्म, सेवा, त्याग और कर्तव्य का संदेश दिया। कृष्णावतार की चर्चा करते हुए उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण के गीता उपदेश, रासलीला, बाल लीलाओं और कंस वध की कथाएं सुना कर श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया।
कथा स्थल पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। मुख्य यजमान के रूप में सेवा निवृत्त आईएएस मणि प्रसाद मिश्र की उपस्थिति रही। साथ ही जिला एवं सत्र न्यायाधीश अरविन्द कुमार मिश्र, अधिवक्ता नागेश्वर प्रसाद पांडेय, धनंजय पांडेय, अशोक मिश्र व कृष्ण दत्त मिश्र समेत कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा