
गुवाहाटी, 21 मई (हि.स.)। कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ करने, जांच प्रक्रिया को बेहतर बनाने और पुलिस सुधारों को आगे बढ़ाने पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा की अध्यक्षता में लाचित बरफूकन पुलिस अकादमी, देरगांव में आयोजित पुलिस अधीक्षकों (एसपी) का सम्मेलन बुधवार को संपन्न हुआ।
मुख्यमंत्री ने सम्मेलन के समापन पर एक महत्वपूर्ण पहल की घोषणा की, जिसके तहत अभियोजन निदेशक की भूमिका को सशक्त बनाकर जांच और अभियोजन प्रक्रियाओं को अधिक प्रभावी बनाया जाएगा।
मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री डॉ. सरमा ने कहा कि सम्मेलन के दौरान उन्होंने असम पुलिस की कई महत्वपूर्ण उपलब्धियों की समीक्षा की। इसमें असम-भूटान सीमा पर हाथीदांत की तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, नशा तस्करी नेटवर्क को ध्वस्त करने में सफलता, 11 जिलों में फैले गैंडे के शिकार से जुड़े गिरोह को निष्क्रिय करना, मोरीगांव में फर्जी सिम कार्ड रैकेट का पर्दाफाश, शोणितपुर में साइबर ठग गिरोह की गिरफ्तारी और नकली करेंसी नेटवर्क को तोड़ना शामिल है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये प्रयास असम पुलिस की निष्ठा को दर्शाते हैं और राज्य के अन्य जिलों के लिए अनुकरणीय मॉडल प्रस्तुत करते हैं। सम्मेलन ने यह भी पुनः पुष्टि की कि राज्य सरकार एक सुरक्षित असम के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है- जो ईमानदारी, तकनीक और जनता की भागीदारी से संचालित हो।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री डॉ. सरमा के नेतृत्व में राज्य सरकार असम पुलिस को अधिक पेशेवर और समर्पित बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। इसी क्रम में समय-समय पर एसपी सम्मेलनों का आयोजन किया जाता रहा है। पहला एसपी सम्मेलन 9 जून, 2021 को काजीरंगा में आयोजित हुआ था।
इस अवसर पर गृह (कारा, होम गार्ड्स और सिविल डिफेंस) मंत्री, मुख्य सचिव डॉ. रवि कोटा, डीजीपी हरमीत सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. केके द्विवेदी सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश