फरीदाबाद, 14 मई (हि.स.)। साइबर ठगों ने मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बनकर 76 साल के बुजुर्ग को करीब 36 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट बनाए रखा। आरोपियों ने उससे 16 लाख रूपए अपने अकाउंट में ट्रांसफर करा लिए। ठगों ने पीडि़त को पांच हजार करोड़ रूपए के घोटाले में शामिल होने और गिरफ्तारी का डर दिखाया। साइबर थाना पुलिस को दी शिकायत में ग्रेटर फरीदाबाद के सेक्टर-86 ओमेक्स हाइट्स सोसाइटी निवासी 76 साल के बुजुर्ग अशोक कुमार कश्यप ने बताया कि, उनके दोनों बेटे पिछले 15 साल से अमेरिका में रहते हैं। वह यहां पर अकेले रह रहा है, उनकी पत्नी की 17 साल पहले मौत हो चुकी है। वह एक निजी कपंनी में नौकरी करता था, जहां से वो काफी समय पहले रिटायर हो चुका है। पीडि़त ने बताया कि गत दिनों उनके पास एक अनजान नंबर से वॉट्सऐप कॉल आया। कॉल करने वाले ने कहा कि वह मुंबई क्राइम ब्रांच से बोल रहा है। नरेश गोयल नाम के आदमी को मुंबई क्राइम ब्रांच ने पांच हजार करोड़ रुपए के घोटाले में गिरफ्तार किया है। पूछताछ में नरेश गोयल ने आपका नाम घोटाले की साजिश में कबूल किया है। कॉलर ने कहा कि 6.5 करोड़ रुपए के घोटाले में आपका पेन कार्ड व आधार कार्ड का प्रयोग करके किया है। पीडि़त ने बताया कि फर्जी पुलिस अधिकारी ने कहा कि इस घोटाले के संबंध में आपसे पूछताछ करेंगे। इसलिए आपको लगातार वीडियो कॉल पर रहना है। घोटाले व गिरफ़्तारी की बात सुनकर बुजुर्ग डर गया और वह लगातार वॉट्सऐप कॉल पर ठगों से जुड़ा रहा। करीब 36 घंटे तक पीडि़त डिजिटल अरेस्ट रहा। फर्जी अधिकारी ने पीडि़त से बैंक खातों की जानकारी ले ली। केस की जांच पूरी होने तक ठगों ने कुल 16.44 लाख रुपए अपने अकाउंट में ट्रांसफर करा लिए। पीडि़त ने बताया कि इस दौरान कोई जज तो कोई पुलिस वाला बनकर आते जाते रहे। पीडि़त ने बताया कि जमा पूंजी अपने अकाउंट में ट्रांसफर करवाने के बाद ठग ने कहा कि पुलिस के पास जाना और मेरी बात करवा देना। पीडि़त किसी तरह खेड़ीपु़ल थाने पहुंचे और पुलिसकर्मी से बात कराई। पुलिसकर्मी से बोला कि वह पाकिस्तान से बोल रहा है। जो करना हो, कर लेना। यही नहीं ठग ने पीडि़त से ये भी कहा कि जाओ, घर पर सो जाओ। आपके सारे पैसे चले गए। वह साइबर थाने पहुंचे और केस दर्ज कराया। पुलिस घटना की जांच कर रही है।
हिन्दुस्थान समाचार / -मनोज तोमर