बरपेटा में अफ्रीकन स्वाइन फीवर का आतंक, 51 सूअरों की मौत

बरपेटा (असम), 17 मई (हि.स.)। असम के बरपेटा जिले के गहिया गांव में अफ्रीकन स्वाइन फीवर (एमएसएफ) के फैलाव से दहशत का माहौल है। गांव के निवासी सनातन बोड़ो के सूअर फार्म में इस घातक बीमारी की पुष्टि हुई है, जिससे लगभग 51 सूअरों की मौत हो गई है।

एमएसएफ के संक्रमण को रोकने के लिए बरपेटा जिला पशु चिकित्सा विभाग की टीम के साथ गुवाहाटी से विशेषज्ञों की टीम गांव में पहुंची है। विभाग ने प्रभावित और मृत सूअरों को फार्म परिसर में ही दफनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

जानकारी के अनुसार, सनातन बोड़ो के दो बेटों ने करीब दो साल पहले यह सूअर पालन फार्म शुरू किया था। लेकिन हाल ही में फार्म के सूअर इस जानलेवा बीमारी की चपेट में आ गए।

बीमारी की पुष्टि के बाद बरपेटा के जिलाधिकारी ने असम महामारी रोग अधिनियम 2023 के तहत कड़े प्रतिबंध लागू किए हैं। जिले में एमएसएफ से जुड़ी किसी भी तरह की गतिविधियों—जैसे सूअर और उनके बच्चों की बिक्री, सूअर का मांस व अन्य उत्पादों की बिक्री और परिवहन—पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है।

इसके साथ ही, संक्रमित क्षेत्र के एक किलोमीटर के दायरे में चार से पांच लोगों से अधिक के एकत्र होने पर भी प्रतिबंध लगाया गया है।

पशु चिकित्सा विभाग के अनुसार, सनातन बोड़ो के फार्म के एक किलोमीटर के दायरे में और कोई सूअर फार्म नहीं है, जिससे संक्रमण को फैलने से रोकने में सहायता मिलेगी। विभाग ने बताया कि संक्रमण को फार्म से बाहर फैलने से रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।

सरकारी अधिकारियों ने यह भी जानकारी दी है कि फार्म मालिक को उचित मुआवजा प्रदान करने की प्रक्रिया चल रही है।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश

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