धर्मशाला, 23 मई (हि.स.)। कारगिल में बलिदान हुए कांगड़ा जिले के अग्निवीर नवीन कुमार (25) पंचतत्व में विलीन हो गए। बलिदानी नवीन का शुक्रवार को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस मौके पर बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने बलिदानी की अंतिम यात्रा में हिस्सा लिया। उनके चचेरे भाई के बेटे राहुल ने मुखाग्नि दी। शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ी।
उधर इससे पूर्व शहीद की पार्थिव देह बीती शाम को ही पालमपुर में आर्मी कैंप पहुंच गई थी। इसके बाद आज सुबह पार्थिव देह को उनके गांव लाया गया। जहां शहीद बेटे की पार्थिव देह से मां लिपट गई। उनकी आंखों में आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। यही हाल बलिदानी के दादा, दादी और नवीन की बहन का भी था। सभी अपने इकलौते बेटे और भाई को खोने से सदमे में हैं।
बलिदानी नवीन की पार्थिव देह शुक्रवार सुबह पालमपुर आर्मी कैम्प से उनके पैतृक गांव हलूं लाई गई।
गौरतलब है कि अग्निवीर नवीन कुमार मंगलवाररात को कारगिल के द्रास सेक्टर में लैंडस्लाइड के चलते बलिदान हो गए थे।
मां से फोन पर कहा था, लड़की देख लेना सितंबर में घर आऊंगा
शहादत से कुछ घंटे पहले ही नवीन ने अपनी मां जुध्या देवी से फोन पर बात की थी। इस बातचीत में उन्होंने कहा था मां, मैं सितंबर में छुट्टी लेकर आऊंगा। मेरे लिए लड़की देख लेना, शादी की तारीख भी पक्की कर लेना। नहीं तो आपको अकेले रहना पड़ेगा।
शहीद के सम्मान में बंद रहा थुरल बाजार
नवीन की शहादत की खबर से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है। उनके घर पर रिश्तेदारों और आसपास के गांवों के लोगों का तांता लगा हुआ था। शोक के चलते आज थुरल का पूरा बाजार बंद रहा। स्थानीय व्यापारियों ने यह निर्णय शहीद के सम्मान में लिया था।
हिन्दुस्थान समाचार / सतिंदर धलारिया