गुवाहाटी, 1 जून (हि.स.)। आवास एवं शहरी कार्य विभाग (डीओएचयूडी) मंत्री जयंत मल्लबरुवा ने शनिवार को गुवाहाटी के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर हालात का जायज़ा लिया और राहत एवं निकासी कार्यों की समीक्षा की।
मंत्री ने जूरीपार, बशिष्ठ चारिआली से बालूघाट तक राष्ट्रीय राजमार्ग का जलमग्न हिस्सा, एक्सेल केयर अस्पताल के पास का इलाका, पांडू मंदिर घाट, कामाख्या फूटहिल्स, बी बरुवा रोड, जीएस रोड, आमबारी स्थित एजीपी कार्यालय के पीछे का क्षेत्र, पिबको पॉइंट, रुक्मिणिगांव, रुक्मिणिनगर सहित कई अहम क्षेत्रों का निरीक्षण किया।
मीडिया से बातचीत में मल्लबरुवा ने बताया कि इन इलाकों की भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि ये आसपास की पहाड़ियों से बहकर आने वाले पानी के लिए ‘बेसिन’ की तरह काम करते हैं। उन्होंने कहा कि इस पानी की निकासी के लिए दो प्रमुख ड्रेनेज चैनलों का निर्माण चल रहा है। उन्होंने कहा कि “रुक्मिणिगांव से पानी तभी निकाला जा सकता है जब आसपास के इलाके पहले साफ हो जाएं।” उन्होंने कहा कि इस दिशा में चरणबद्ध और समन्वित प्रयास जारी हैं।
जूरीपार में, जहां मेघालय की पहाड़ियों और खानापाड़ा से बहकर आने वाला पानी एकत्र होता है। मंत्री ने बताया कि अतिक्रमण और शहरीकरण के चलते पारंपरिक ‘जूरी’ नदी संकरी हो गई है। इसके समाधान के लिए जीएमडीए ने “ड्रेन-कम-रोड” प्रोजेक्ट का प्रस्ताव रखा है, जिससे प्राकृतिक जलधारा को ब्रह्मपुत्र की ओर बहाव के लिए फिर से चौड़ा किया जाएगा।
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि नीदरलैंड्स की एक टीम के साथ संयुक्त सर्वेक्षण के आधार पर सरकार एक व्यापक बाढ़ प्रबंधन रणनीति तैयार कर रही है। इसमें मुंबई नगर निगम जैसे शहरों की सफल तकनीकों को अपनाकर गुवाहाटी के ड्रेनेज सिस्टम को बेहतर बनाने की योजना है। फिलहाल दो प्रमुख परियोजनाएं चल रही हैं—एक कोईनाधारा से दीपोर बील तक और दूसरी जूरीपार से बोंदाजान होते हुए ब्रह्मपुत्र तक – जिनसे दीर्घकालिक रूप से बाढ़ से राहत मिलने की उम्मीद है।
मंत्री ने चांदमारी, चिड़ियाघर रोड और शिलपुखुरी में जीएमसी कर्मियों के त्वरित जल निकासी कार्यों की सराहना की, जिससे बारिश के कुछ घंटों के भीतर जलभराव समाप्त हो गया।
उन्होंने बताया कि राहत कार्यों के तहत प्रभावित परिवारों को आवश्यक सामग्री जैसे शिशु आहार, मच्छर भगाने के साधन और दैनिक उपयोग की वस्तुएं जिला प्रशासन की सहायता से वितरित की जा रही हैं। आश्वासन दिया कि उनका विभाग तात्कालिक राहत के साथ-साथ गुवाहाटी में दीर्घकालिक बाढ़ समाधान के लिए प्रतिबद्ध है।
निरीक्षण के दौरान मेयर मृगेन शरनिया, जीएमडीए चेयरमैन नारायण डेका, जीएमसी कमिश्नर मेघा निधि दहल सहित अन्य पार्षद व विभागीय अधिकारी भी मंत्री के साथ मौजूद रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश