मॉक ड्रिलः कोलकाता एयरपोर्ट पर हाई इंटेंसिटी अग्निशमन अभ्यास, आपात स्थिति से निपटने की तैयारी

मॉक ड्रिलः कोलकाता एयरपोर्ट पर हाई इंटेंसिटी अग्निशमन अभ्यास, आपात स्थिति से निपटने की तैयारी
कोलकाता एयरपोर्ट पर मॉक ड्रिल
कोलकाता एयरपोर्ट पर मॉक ड्रिल

कोलकाता, 29 मई (हि.स.)। केंद्र सरकार के निर्देशानुसार ऑपरेशन शील्ड के तौर पर कोलकाता एयरपोर्ट पर गुरुवार दोपहर एक सघन अग्निशमन अभ्यास (हॉट फायर ड्रिल) आयोजित किया गया। यह अभ्यास एयरपोर्ट निदेशक डॉ. पी. आर. बेउरिया के नेतृत्व में दोपहर 3:48 बजे शुरू हुआ। हर महीने किए जाने वाले इस अभ्यास का उद्देश्य आपात स्थिति में विभिन्न एजेंसियों की तैयारियों को परखना और समन्वय को मजबूत करना है।

हॉट फायर ड्रिल एक पूर्ण पैमाने की आपातकालीन मॉक एक्सरसाइज होती है, जिसमें विमान दुर्घटना जैसी किसी गंभीर स्थिति की कल्पना कर, उसपर वास्तविक जैसी प्रतिक्रिया दी जाती है। इसमें आग पर काबू पाने, घायलों को बचाने और संबंधित एजेंसियों के बीच तालमेल की व्यापक जांच की जाती है। यह अभ्यास रोकथाम, तैयारी, प्रतिक्रिया और पुनर्प्राप्ति के हर चरण में दक्षता बढ़ाने में मदद करता है।

गुरुवार के अभ्यास में कुल 16 विमान बचाव एवं अग्निशमन (एआरएफएफ) कर्मियों और नै केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) कर्मियों ने भाग लिया। अभ्यास के दौरान दो एआरएफएफ वाहन और दो एंबुलेंस तैनात की गई थीं। एयरपोर्ट परिसर में एक मॉक एयरक्राफ्ट क्रैश की स्थिति बनाई गई, ताकि उच्च दबाव की स्थिति में टीमों की प्रतिक्रिया समय और दक्षता को परखा जा सके।

इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य अलर्ट मिलने के 138 सेकेंड के भीतर टीम की प्रतिक्रिया सुनिश्चित करना और एक मिनट के भीतर आग पर काबू पाना था, जो विमानन सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण मानक है।

हिन्दुस्थान समाचार / अनिता राय