यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा पांच दिन की पुलिस हिरासत में

यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा पांच दिन की पुलिस हिरासत में
पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में पकड़ी गई ज्योति

– पाकिस्तान उच्चायोग के रात्रि भोज में शामिल हुई थी हिसार की ज्योति

– पाक नागरिक दानिश के संपर्क में थी ज्योति, इसी

माह दानिश ने छोड़ा भारत

हिसार, 17 मई (हि.स.)। पाकिस्तान खुफिया एजेंसी

आईएसआई के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार की गई यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा पाकिस्तान

के अलावा कई देशों की यात्रा कर चुकी है। ज्योति के पाकिस्तानी उच्च आयोग में तैनात अधिकारियों के साथ संपर्क थे। जिनके बल पर वह पाकिस्तान उच्चायोग द्वारा दिए गए रात्रि भोज में शामिल हो चुकी है। पुलिस व सुरक्षा एजेंसियां उसकी ट्रेवल हिस्ट्री

खंगालकर जांच को आगे बढ़ाएगी।

डीएसपी मुख्यालय कमलजीत ने शनिवार की शाम बताया कि ज्योति मल्होत्रा

को शनिवार को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे पांच दिन के रिमांड पर भेज दिया

गया। जांच के दौरान उसकी ट्रेवल हिस्ट्री खंगाली जाएगी और यह पता लगागा जाएगा कि वह

किस किस के संपर्क में थी। सुरक्षा एजेंसियां जहां बड़े स्तर पर जांच करेगी वहीं पुलिस

यह भी पता लगाएगी कि ​कहीं हिसार में तो उसका किसी और से इस तरह का संपर्क नहीं था।

वैसे परिजनों व आसपास के लोगों का कहना है कि वह हिसार कम ही आती थी और दिल्ली में

ही रहती थी, जहां से अपना ब्लॉग चला रही थी।

इन देशों की यात्रा कर चुकी है ज्योति

ज्योति पाकिस्तान के अलावा कई देशों की यात्रा

कर चुकी है। ज्योति अब तक दुबई, थाइलैंड, इंडोनेशिया, नेपाल, भूटान, चीन व बांग्लादेश की यात्रा भी कर चुकी है। सुरक्षा एजेंसियां अब उसकी हर यात्रा का रिकॉर्ड खंगाल रही

है।

इससे पहले दिन में सुरक्षा एजेंसियों की सूचना

के बाद सिविल लाइन पुलिस ने पाकिस्तान खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने के

आरोप में शहर में रहने वाली एक यूट्यूबर को गिरफ्तार किया था। यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा

शहर के घोड़ा फार्म रोड स्थित अग्रसेन एक्सटेंशन की रहने वाली है और ट्रैवल ब्लॉगर

का काम करती थी।

जांच में सामने आया है कि ज्योति मल्होत्रा चार

बार पाकिस्तान जा चुकी है। उसकी बार-बार पाकिस्तान की यात्राओं को देखते हुए सुरक्षा

एजेंसियों को शक हुआ और उस पर नजर रखनी शुरू कर दी। ज्योति पर शक तब बढ़ा जब वह पाकिस्तान

में क्रिकेट मैच देखने गई थी। बताया जाता है कि उसे वहीं एक लोकल फ्रेंड ने पूरा टूर

स्पॉन्सर किया था। यह भी बताया जा रहा है कि वह श्रद्धालुओं के जत्थे के साथ तीन बार

पाकिस्तान जा चुकी है। वह अंतिम बार पाकिस्तान जाने से पहले सबसे पुराने हिंदू तीर्थ

दर्शन करके आई थी। ज्योति गुरुग्राम की एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करती थी मगर कोरोना

काल में उसे नौकरी से हटा दिया गया। इसके बाद वह ट्रैवल ब्लॉगर बन गई। उसके इंस्टाग्राम

और यू ट्यूब पर लाखों फॉलोअर हैं। ‘ज्योति का ट्रैवल विद’ नाम से इंस्टाग्राम और यू-ट्यूब

पर चैनल है।

पुलिस व सुरक्षा एजेंसियों की जांच में सामने

आया है कि वर्ष 2023 में कमीशन के जरिये ज्योति पाकिस्तान वीजा लेकर गई थीं। वहां पाक

हाई कमीशन के कर्मचारी दानिश से उसके नजदीकी रिश्ते बने। जांच में पता चला कि इसके

बाद ज्योति ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों से संपर्क बनाए रखे और संवेदनशील जानकारी

साझा की। ज्योति पर शुरू से ही खुफिया तंत्र की नजर थी। सुरक्षा एजेंसियां लगातार जांच

में जुटी है ताकि उसके बारे में और जानकारी मिल सके कि उसने पाक से क्या क्या सांझा

किया है।

पिता बिजली निगम से सेवानिवृत्त

लगभग 33 वर्षीय ज्योति का घर हिसार के न्यू अग्रसेन

कॉलोनी में है। बीए की पढ़ाई की है। अविवाहित है और ज्यादातर दिल्ली में रहती है। गत

छह मई को वह हिसार से दिल्ली गई थी।ज्योति के पिता हरीश कुमार मल्होत्रा बिजली निगम

से रिटायर्ड हैं। ज्योति का पासपोर्ट 22 अक्टूबर 2018 को बना था जो 21 अक्टूबर

2028 तक वैध है।

सुरक्षा एजेंसियों को जासूसी का शक

सुरक्षा एजेंसियों को पता चला है कि वर्ष

2023 में ज्योति ने पाकिस्तान की यात्रा की थी। यह यात्रा उसने उच्चायोग के जरिए वीजा

लेकर की थी। इस दौरान ज्योति की मुलाकात पाकिस्तान हाई कमीशन के कर्मचारी एहसान-उर-रहीम

उर्फ दानिश से हुई, जिसके साथ उसके गहरे संबंध बन गए। दानिश के माध्यम से ज्योति की

पहचान पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के अन्य एजेंटों से कराई गई, जिनमें अली अहसान और शाकिर

उर्फ राणा शहबाज (जिसका नाम उसने अपने फोन में ‘जट्ट रंधावा’ नाम से सेव किया था) शामिल

थे।

लगातार संपर्क में थी ज्योति

सुरक्षा एजेंसियों को पता चला है कि ज्योति इन

एजेंटों के साथ वॉट्सएप, टेलीग्राम और स्नेपचैट जैसे एन्क्रिप्टेड प्लेटफॉर्म्स के

जरिए संपर्क में रही। वह न केवल पाकिस्तान के पक्ष में सोशल मीडिया पर सकारात्मक छवि

पेश कर रही थी, बल्कि उसने संवेदनशील जानकारियां भी साझा कीं। ज्योति को दानिश और उसके

सहयोगी अली अहसान के जरिए पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों से मिलवाया गया, जिन्होंने

पाकिस्तान में उसके आने-जाने और रहने की व्यवस्था कराई। उसने एक पाकिस्तानी खुफिया

अधिकारी के साथ गहरे संबंध बनाए और हाल ही में उसके साथ इंडोनेशिया के बाली द्वीप की

यात्रा भी की थी।

इसी माह दानिश ने छोड़ा भारत

पता चला है कि एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश को जासूसी

में शामिल होने के आरोप में 13 मई को भारत सरकार ने परसोना नॉन ग्राटा घोषित किया और

उसे देश छोड़ने का आदेश दिया गया। ज्योति को जिम्मेदारी सौंपी गई थी कि वह सोशल मीडिया

के माध्यम से पाकिस्तान की सकारात्मक छवि पेश करे। पाकिस्तान उसका इस्तेमाल भारत के

विरुद्ध प्रचार और जासूसी गतिविधियों के लिए कर रहा था।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर