राष्ट्रनायक वीर सावरकर को सामाजिक संगठनों ने किया याद,जयंती पर विविध कार्यक्रम

वाराणसी,28 मई (हि,स,)। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, राष्ट्रनायक वीर सावरकर की जयंती बुधवार को सामाजिक संगठनों ने पूरे उत्साह के साथ मनाई। इसी क्रम में नईसड़क स्थित गीता मंदिर पर जुटे प्रणाम् वन्देमातरम् समिति के कार्यकर्ताओं ने राष्ट्र नायक की जयंती पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया । कार्यक्रम के प्रथम चरण में वीर सावरकर के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर समिति के सदस्यों सहित अन्य राष्ट्रप्रेमी नागरिकों ने वीर सावरकर के राष्ट्र के प्रति योगदान को स्मरण किया। कार्यकर्ताओं ने उनके विचारों को आत्मसात करने का संकल्प भी लिया। वक्ताओं ने कहा कि वीर सावरकर ने कठिन परिस्थितियों में भी अंडमान की काल कोठरी में कोयले से दिवालों पर अपने क्रांति की रचनाएं रचते हुए क्रांति की अलख अपने विचारों से जीवित रखी। वक्ताओं ने कहा कि वीर सावरकर देश के लिए कोल्हू के बैल के रूप में सश्रम कठोर कारावास को भोगते रहे।

संस्था के अनूप जायसवाल व सोमनाथ विश्वकर्मा ने कहा कि वीर सावरकर केवल क्रांतिकारी ही नहीं, बल्कि एक ओजस्वी चिंतक,साहित्यकार एवं राष्ट्रनायक भी थे, जिनके विचार आज भी युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं। कार्यक्रम का संचालन दीपक आर्य ने किया। कार्यक्रम में मनीष चौरसिया,प्रदीप जायसवाल, मंगलेश जायसवाल,निर्मल मिश्रा, धर्मचंद आदि ने भागीदारी की।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी

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