विश्वविद्यालय परिसर में सिविल डिफेंस प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन
रोहतक, 12 मई (हि.स.)। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक की एनएसएस सेल द्वारा सिविल डिफेंस प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन विश्वविद्यालय परिसर में किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य स्वयंसेवकों को सुरक्षा, सतर्कता एवं राष्ट्र सेवा से जुड़ी आवश्यक जानकारी और व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करना था।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गणित विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ. जितेन्द्र सिंह सिक्का जी रहे, जिन्होंने अपने प्रेरणादायक वक्तव्य में कहा कि समाज के प्रत्येक नागरिक को वर्दीधारी बलों के प्रति सम्मान और आभार का भाव रखना चाहिए कृ चाहे वे सीमा पर तैनात हमारे वीर सैनिक हों अथवा समाज की सेवा में समर्पित होम गार्ड व सिविल डिफेंस के कर्मठ सदस्य। जब हम अपने घरों में निश्चित रहते हैं, तो ये टीमें हमारी सुरक्षा की जिम्मेदारी बखूबी निभा रही होती हैं।
एनएसएस को ऑर्डिनेटर प्रो. सविता राठी ने सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का स्वागत किया और कहा कि वर्तमान समय में भारत-पाक संबंधों में व्याप्त तनाव के चलते देश के नागरिकों का सजग, सतर्क एवं प्रशिक्षित होना अति आवश्यक है। ऐसे में सिविल डिफेंस प्रशिक्षण राष्ट्र सेवा की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। इस अवसर पर सिविल डिफेंस टीम बिजेन्द्र राठी जी के नेतृत्व में प्रशिक्षण हेतु उपस्थित हुई। होम गार्ड टीम से श्री मनोज हुड्डा ने प्रशिक्षण में कुल 16 बचाव तकनीकों का व्यावहारिक प्रदर्शन किया गया, जिनमें से 8 एक व्यक्ति द्वारा किए जा सकते हैं और 8 दो व्यक्तियों द्वारा तकनीकें सम्मिलित रहीं।
स्वयं सेवकों को अत्यंत प्रभावी एवं व्यावहारिक ढंग से विभिन्न बचाव तकनीकों फॉरवर्ड ड्रैग मेथड, फायरमैन लिफ्ट, पिगी बैक कैरी (पीठ पर लादकर), दो हाथों की कुर्सीनुमा विधि, तदर्थ स्ट्रेचर निर्माण, सिर-पैर उठाने की विधि का प्रदर्शन एवं अभ्यास करवाया। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के एनएसएस स्वयंसेवकों ने सेवा, सुरक्षा एवं समाज के प्रति अपने उत्तरदायित्व को गंभीरता से निभाते हुए इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में उत्साहपूर्वक भागीदारी की, जिससे यह आयोजन अत्यंत सार्थक, सफल एवं प्रेरणादायक सिद्ध हुआ।
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हिन्दुस्थान समाचार / अनिल