जयपुर, 12 जून (हि.स.)। रेड नेक्सा एवरग्रीन नाम के प्रोजेक्ट में हुई धोखाधड़ी को लेकर राजस्थान के सीकर, जयपुर, जोधपुर, झुंझुनूं सहित गुजरात के अहमदाबाद और दिल्ली के 24 जगहों पर गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीमों ने रेड मारी है। जांच एजेंसी के सूत्र के मुताबिक ये रेड नेक्सा एवरग्रीन नाम के प्रोजेक्ट में हुई धोखाधड़ी को लेकर की गई है। इस प्रोजेक्ट में पैसे लगाने वालों को कंपनी की ओर से एक समय के बाद फ्लैट, जमीन या ज्यादा रेट पर पैसे वापस लौटने का भरोसा दिया जाता था। ठगों ने बैंक से दोगुने ब्याज का रिटर्न, हर हफ्ते ब्याज का पैसा अकाउंट में, नया ग्राहक जोड़ने पर कमीशन, धोलेरा सिटी में प्लॉट जैसे लालच दिए। जिसने भी इनका प्लान सुना, लालच में आकर शिकार बनता चला गया। वहीं इस ठगी का शिकार होने वाले में पुलिसवाले और सरकारी कर्मचारी भी थे।
गौरतलब है कि नेक्सा एवरग्रीन कंपनी का रजिस्ट्रेशन अहमदाबाद में 17 अप्रैल 2021 में हुआ। रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज अहमदाबाद के रिकॉर्ड से पता चलता है कि यह कंपनी रियल एस्टेट एक्टिविटी के लिए रजिस्टर्ड कराई गई थी। जिसके मालिक सीकर के पनलावा निवासी सुभाष बिजारणियां व रणवीर बिजारणियां हैं। गुजरात में धोलेरा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के नाम पर लोगों से इंवेस्ट के नाम पर रुपए लेने लगा था।
जहां रणवीर और सुभाष ने केवल नेक्सा एवरग्रीन के नाम से ही नहीं, बल्कि कई अलग-अलग नाम से कंपनी बना ली थी। इन नामों से कई बैंकों में अकाउंट खोले गए थे। खास बात है कि इन कंपनियों में डायरेक्टर अलग-अलग थे। लोगों को झांसे में लेने के लिए सारे प्रोजेक्ट और कंपनी के नाम अधिकतर धोलेरा सिटी के नाम पर ही रखे गए थे। कंपनी में इन्वेस्टमेंट प्लान 50 हजार रुपए से शुरू होता था, जिसे 60 महीने के लिए जमा करवाने पर हर हफ्ते उसके ब्याज के रूप में 1352 रुपए रिटर्न मिलता था। इसी तरह 1 लाख रुपए जमा करवाने पर 2704 रुपए मिलते थे। कुछ हफ्तों तक लोगों के खातों में पैसे आए, लेकिन 17 जनवरी 2023 को जब लोगों के अकाउंट में रुपए नहीं आए तो सभी परेशान हो गए। तब कंपनी के एमड़ी सुभाष बिजारणियां ने सफाई देकर जल्द रुपए ट्रांसफर करने की बात कही। कई लोग गुजरात के धोलेरा सिटी में बनाए इनके फर्जी प्रोजेक्ट ऑफिस पहुंचे। वहां भी झूठा आश्वासन दिया गया था। कुछ दिन बाद कंपनी के एमडी बिजारणियां बंधु, दोनों की पत्नियां और कंपनी के इन्वेस्टमेंट मैनेजर फरार हो गए। इस केस में अलग-अलग जिलों में 200 से ज्यादा एफआईआर हुईं हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश