धर्मशाला, 31 मई (हि.स.)।
वन अधिकार अधिनियम, 2006 के सफल और प्रभावी क्रियान्वयन हेतु शनिवार को नूरपुर में स्थानीय बचत भवन में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम जनजातीय विकास विभाग द्वारा जारी एफआरए कैलेंडर के दिशा-निर्देशों के अंतर्गत आयोजित किया गया।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में नूरपुर उपमंडल की 229 वन अधिकार समितियां के चेयरपर्सन और सचिवों सहित ग्रामीण विकास व राजस्व विभाग के अधिकारीगण सम्मिलित हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता एसडीएम अरुण शर्मा ने की। उन्होंने प्रशिक्षण सत्र को संबोधित करते हुए वन अधिकार अधिनियम की पृष्ठभूमि, उद्देश्यों और ग्राम स्तर पर इसके प्रभावी क्रियान्वयन की प्रक्रिया पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि यह अधिनियम विशेष रूप से अनुसूचित जनजातीय समुदायों को उनके वन अधिकार प्रदान करने के लिए बनाया गया है। प्रशिक्षण सत्र में एसडीएम ने वन अधिकार समितियां की भूमिका, दायित्व, दस्तावेजीकरण प्रक्रिया, दावा प्रस्तुत करने की प्रक्रिया और सुनवाई की विधि पर भी विस्तार से जानकारी दी गई।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य वन अधिकार समितियां के सदस्यों को सक्षम बनाना तथा ग्राम स्तर पर वन अधिकार अधिनियम के प्रावधानों को सही रूप से लागू करने में सहायता प्रदान करना था।
हिन्दुस्थान समाचार / सतिंदर धलारिया