विजय देवरकोंडा पर सट्टेबाजी ऐप प्रमोशन के आरोप: टीम ने जारी की सफाई, कहा- ‘केवल लीगल गेम को करते हैं एंडोर्स

विजय देवरकोंडा पर सट्टेबाजी ऐप प्रमोशन के आरोप: टीम ने जारी की सफाई, कहा- ‘केवल लीगल गेम को करते हैं एंडोर्स

विजय देवरकोंडा पर सट्टेबाजी ऐप प्रमोशन के आरोप: टीम ने दी सफाई

तेलंगाना पुलिस ने हाल ही में साउथ सिनेमा के मशहूर अभिनेता विजय देवरकोंडा समेत 25 सेलिब्रिटीज और इन्फ्लुएंसर्स के खिलाफ अवैध सट्टेबाजी ऐप्स को प्रमोट करने का केस दर्ज किया था। इस मामले में विजय की टीम ने अब सफाई देते हुए एक प्रेस रिलीज जारी की है। टीम का दावा है कि विजय केवल लीगल ऑनलाइन गेम्स को ही एंडोर्स करते हैं, न कि अवैध सट्टेबाजी का।

टीम का बयान: ‘विजय ने केवल लीगल गेम्स को किया समर्थन’ :-

विजय देवरकोंडा की टीम ने अपने बयान में स्पष्ट किया कि अभिनेता ने केवल उन्हीं ऑनलाइन गेम्स को प्रमोट किया है, जो कानूनी रूप से मान्य हैं। प्रेस रिलीज में कहा गया,

  • “मिस्टर विजय देवरकोंडा ने कंपनी के ब्रांड एंबेसडर के तौर पर सीमित समय के लिए ऑफिशियल कॉन्ट्रैक्ट किया था।”
  • “उनका एंडोर्समेंट केवल उन्हीं क्षेत्रों तक सीमित था, जहां स्किल बेस्ड ऑनलाइन गेम्स को कानूनी अनुमति है।”
  • “सुप्रीम कोर्ट ने भी स्किल बेस्ड गेम्स को जुआ से अलग माना है, क्योंकि इनमें चांस की बजाय स्किल की आवश्यकता होती है।”

क्या है पूरा मामला?

मामला तेलंगाना के साइबराबाद से शुरू हुआ, जहां एक बिजनेसमैन फणींद्र सरमा ने 25 सेलिब्रिटीज और इन्फ्लुएंसर्स के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि इन सेलिब्रिटीज ने अवैध बेटिंग ऐप्स को प्रमोट करके लोगों को गुमराह किया है।

19 मार्च को तेलंगाना पुलिस ने विजय देवरकोंडा, प्रकाश राज, राणा दग्गुबाती, मांचू लक्ष्मी और निधि अग्रवाल समेत 25 लोगों के खिलाफ 1867 के सार्वजनिक जुआ कानून के तहत केस दर्ज किया। आरोप है कि इन सेलिब्रिटीज ने अवैध सट्टेबाजी को बढ़ावा दिया, जो कानूनन अपराध है।

विजय देवरकोंडा का करियर और विवाद

विजय देवरकोंडा साउथ सिनेमा के सबसे लोकप्रिय अभिनेताओं में से एक हैं। उनकी फिल्में न केवल दक्षिण भारत बल्कि हिंदी सिनेमा में भी खूब पसंद की जाती हैं। हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब विजय किसी विवाद में घिरे हैं। इससे पहले भी उन पर फिल्मों के विवादित विषयों को चुनने और सोशल मीडिया पर विवादित बयान देने के आरोप लग चुके हैं।

सुप्रीम कोर्ट का स्टैंड: स्किल बेस्ड गेम्स जुआ नहीं

विजय की टीम ने अपने बयान में सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले का भी जिक्र किया, जिसमें अदालत ने स्किल बेस्ड गेम्स को जुआ से अलग बताया था। कोर्ट ने कहा था कि रम्मी जैसे गेम्स में चांस की बजाय स्किल की आवश्यकता होती है, इसलिए ये कानूनी रूप से मान्य हैं।

क्या होगा आगे?

अभी यह मामला कोर्ट में चल रहा है, और पुलिस जांच कर रही है। विजय देवरकोंडा और अन्य सेलिब्रिटीज के खिलाफ दर्ज यह केस न केवल उनके करियर बल्कि सेलिब्रिटी एंडोर्समेंट्स के भविष्य पर भी सवाल खड़े करता है। अगर आरोप साबित होते हैं, तो यह मामला सेलिब्रिटीज के लिए एक बड़ा सबक साबित हो सकता है।

निष्कर्ष:

विजय देवरकोंडा पर लगे आरोपों के बीच उनकी टीम की सफाई ने मामले को एक नया मोड़ दिया है। हालांकि, यह मामला अभी कोर्ट में लंबित है, और इसका अंतिम फैसला भविष्य में ही सामने आएगा। इस बीच, यह केस सेलिब्रिटीज के लिए एक चेतावनी भी है कि वे केवल कानूनी और नैतिक रूप से मान्य ब्रांड्स को ही प्रमोट करें।

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