–हिरासत में ली गई चाची को प्रसव पीड़ा पर सदर अस्पताल में कराया गया भर्ती
हमीरपुर, 26 मई (हि.स.)। सुमेरपुर क्षेत्र के ग्राम बड़ा कछार में छात्र की हत्या मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद सोमवार को नया मोड़ आ गया है। युवक की हत्या नहीं हुई थी, बल्कि उसने आत्महत्या की थी। लेकिन मामला संदिग्ध होने पर उसका बिसरा सुरक्षित करके जांच के लिए भेजा है। उसकी रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का सही कारण स्पष्ट हो सकेगा।
पुलिस ने मृतक की चाची, चाचा व चचेरी बहन को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने, मौत के बाद साक्ष्य मिटाने, शव को घसीट कर बाहर फेंकने के मामले में दोषी ठहराकर जेल भेजने की तैयारी कर रही है। उधर गर्भवती चाची को प्रसव पीड़ा होने पर सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जबकि चचेरी बहन को वन स्टाप सेंटर में रखा गया है, चाचा पुलिस हिरासत में थाने में मौजूद है।
बता दें कि, रविवार को बड़ा कछार निवासी शिवमंगल निषाद के पुत्र रामलखन (17) का शव पड़ोसी देवीप्रसाद निषाद के घर के बाहर पड़ा मिला था। मृतक की बहन सुलोचना एवं मां गायत्री ने हत्या करके शव फेंकने का आरोप लगाया था। पुलिस ने पिता की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज की है। मामला संदिग्ध होने पर मृतक की गर्भवती चाची संध्या, चाचा श्यामबली एवं नाबालिग चचेरी बहन को हिरासत में लेकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा था।
थानाध्यक्ष अनूप कुमार सिंह ने सोमवार को बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में फंदा लगने से मौत होने की रिपोर्ट आई है। मौत का सही कारण जानने के लिए बिसरा सुरक्षित करके जांच के लिए भेजा गया है। उसकी रिपोर्ट आने पर मौत का सही कारण स्पष्ट हो सकेगा। थानाध्यक्ष ने कहा कि छात्र की हत्या नहीं हुई है। हिरासत में लिए गए आरोपी भी पूछताछ में छात्र के फंदा लगाने की बात बताए हैं। लेकिन फंदा लगाने वाली साड़ी क्यों जलाई गई। शव को फंदे से उतार कर बाहर क्यों फेंका गया। यह सभी बातें जांच में शामिल करके दोषियों के खिलाफ उचित धाराओं में कार्यवाही की तैयारी की जा रही है। थानाध्यक्ष ने बताया कि हिरासत में ली गई चाची संध्या को प्रसव पीड़ा होने पर सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। चचेरी बहन को वन स्टाफ सेंटर तथा चाचा को थाने में रखा गया है। सभी पर कार्यवाही तय मानी जा रही है।
—————
हिन्दुस्थान समाचार / पंकज मिश्रा