शिमला, 22 मई (हि.स.)। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता व देश की सेना के सम्मान और मनोबल को बढ़ाने के लिए भाजपा जहां देश भर में तिरंगा यात्रा निकाल रही है, वहीं अब कांग्रेस भी वीरों के सम्मान में जय हिंद रैली का आयोजन करेगी। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में 30 मई को कांग्रेस इस कार्यक्रम का आयोजन करेगी। इसके बाद सभी जिलों में जय हिंद रैली निकाली जाएगी। शिमला में होने वाली जय हिंद रैली में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेता अजय माकन, मंत्री व विधायक सहित कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी, फ्रंटल संगठनों के प्रतिनिधि व कार्यकर्ता शामिल होंगे।
मुख्यमंत्री के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने गुरूवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य देश की रक्षा में प्राणों की आहुति देने वाले वीर सैनिकों के साहस और शौर्य को सम्मानित करना है।
उन्होंने बताया कि हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकियों द्वारा की गई निर्मम घटना, जिसमें दो दर्जन पर्यटकों की हत्या कर दी गई, ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। दुनियाभर के देशों ने इस आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि इस वीभत्स घटना के बाद भारतीय सेना ने जिस अद्भुत पराक्रम और साहस का प्रदर्शन किया, वह गौरवपूर्ण है और इसी वीरता की सराहना करने हेतु यह सभा आयोजित की जा रही है।
नरेश चौहान ने केंद्र सरकार की सीज फायर नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब पूरा देश पाकिस्तान के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग कर रहा था तब अचानक युद्धविराम की घोषणा कर दी गई। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इस घोषणा का पहला संकेत अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा दिया गया, जो न केवल शर्मनाक था बल्कि भारत की संप्रभुता के लिए भी चिंताजनक है। चौहान ने आरोप लगाया कि ट्रम्प आतंकवाद के मुद्दे पर भारत के साथ नहीं, बल्कि व्यापार के हित में पाकिस्तान के साथ खड़े हैं।
उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा किसी भी राजनीतिक दल के लिए श्रेय लेने का विषय नहीं होना चाहिए। कांग्रेस पार्टी ने हमेशा देशहित को सर्वाेपरि रखा है और अतीत में दो युद्धों के दौरान सत्ता में रहते हुए कभी राजनीतिक लाभ नहीं उठाया।
प्रदेश कांग्रेस की कार्यकारिणी के गठन के विषय में उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खु दिल्ली दौरे पर जा रहे हैं, जहां वे कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष और अन्य वरिष्ठ नेताओं से चर्चा करेंगे। साथ ही वह नीति आयोग और छठे वित्त आयोग की बैठक में भी भाग लेंगे।
सेब आयात के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी तुर्की से सेब के आयात का विरोध करती है। उन्होंने कहा कि एक ओर तुर्की, पाकिस्तान जैसे आतंक समर्थक देशों का समर्थन करता है और दूसरी ओर भारत के साथ व्यापार करता है। यह दोहरा चरित्र अस्वीकार्य है। उन्होंने मांग की कि ऐसे देशों से आने वाले सेब पर आपात ड्यूटी लगाई जाए और अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया जैसे अन्य देशों से होने वाले सेब आयात पर 100 प्रतिशत ड्यूटी लगाई जाए। इस संबंध में राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को पत्र भी भेजा है और मुख्यमंत्री इस मुद्दे को दिल्ली में केंद्र सरकार के समक्ष रखेंगे।
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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा