शिक्षकों और कर्मचारियों की आवाज दबाने पर उतरी सरकार, लोकतंत्र का हो रहा खुला अपमान : राकेश जमवाल

मंडी, 28 अप्रैल (हि.स.)। भाजपा विधायक राकेश जमवाल ने कहा कि प्रदेश सरकार का कर्मचारी और शिक्षक विरोधी चेहरा अब पूरी तरह सामने आ गया है। जो शिक्षक और कर्मचारी लोकतांत्रिक तरीके से अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे थे, उन्हें निलंबित करना सरकार की तानाशाही मानसिकता का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि प्राथमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने अपने अधिकारों के समर्थन में धरना दिया था, लेकिन सरकार ने संवाद और समाधान का रास्ता छोड़कर दमन का मार्ग चुना। यह न सिर्फ कर्मचारियों का अपमान है, बल्कि लोकतंत्र के बुनियादी सिद्धांतों पर सीधा हमला है। उन्होंने कहा कि प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेशाध्यक्ष व मेरे विधानसभा क्षेत्र से संबंधित रामसिंह राव सहित सभी पदाधिकारियों को भी निलंबित कर दिया गया है। सरकार का यह निर्णय पूरी तरह से निंदनीय, अलोकतांत्रिक और अन्यायपूर्ण है। जमवाल ने कहा कि मैं सरकार से स्पष्ट मांग करता हूं कि रामसिंह राव सहित प्राथमिक शिक्षक संघ के सभी निलंबित पदाधिकारियों को अविलंब बहाल किया जाए, आंदोलन करने वाले कर्मचारियों और शिक्षकों के खिलाफ सभी दमनकारी कार्रवाइयों को तत्काल समाप्त किया जाए,सरकार शिक्षकों और कर्मचारियों के साथ सम्मानजनक संवाद स्थापित करे, न कि उनका उत्पीड़न करे। उन्होंने कहा कि कर्मचारी और शिक्षक किसी भी राज्य की प्रगति की रीढ़ होते हैं। अगर उनकी आवाज दबाई जाती है, तो यह पूरे समाज के भविष्य के साथ अन्याय है। भारतीय जनता पार्टी कर्मचारियों और शिक्षकों के सम्मान, अधिकार और न्याय के लिए सड़क से सदन तक संघर्ष करेगी। सरकार को याद रखना चाहिए — जो आवाजें दमन से दबाई जाती हैं, वे और भी प्रचंड होकर उठती हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / मुरारी शर्मा

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