गुवाहाटी, 28 मई (हि.स.)। असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा की अध्यक्षता में बुधवार को हुई राज्य कैबिनेट की साप्ताहिक बैठक में कई अहम निर्णय लिए गए। बैठक में तय किया गया कि असम के दूरदराज और संवेदनशील इलाकों में रहने वाले मूल निवासी और स्वदेशी समुदायों को हथियार रखने के लिए लाइसेंस जारी किए जाएंगे। गुवाहाटी के सरूसजाई स्टेडियम का नाम बदलकर अर्जुन भोगेश्वर बरुवा स्पोर्ट्स कांप्लेक्स रखने का निर्णय लिया गया। इसके अलावा भी बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
मुख्यमंत्री सरमा ने बैठक के बाद एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, असम एक विशेष और संवेदनशील राज्य है। कुछ इलाकों में रहने वाले असमिया लोगों में लंबे समय से असुरक्षा की भावना है और वे हथियार लाइसेंस की मांग कर रहे थे। सरकार अब ऐसे लोगों को लाइसेंस देने के प्रति उदार रुख अपनाएगी।
उन्होंने स्पष्ट किया कि यह सुविधा केवल उन लोगों के लिए होगी जो: असम के मूल निवासी हैं, स्वदेशी समुदाय से आते हैं, संवेदनशील और दूरदराज के क्षेत्रों में रहते हैं और जिनका आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है।
सरकार की ओर से इन व्यक्तियों को हथियार खरीदने के लिए आर्थिक सहायता नहीं दी जाएगी, लेकिन उन्हें कानूनी रूप से लाइसेंस दिलाने में मदद की जाएगी। इसके लिए पुलिस वेरिफिकेशन अनिवार्य होगा और अंतिम मंजूरी ज़िला आयुक्त द्वारा दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि यह योजना विशेष रूप से धुबड़ी, बरपेटा, नगांव, मोरीगांव, दक्षिण सालमारा और ग्वालपाड़ा जैसे जिलों में लागू होगी। साथ ही, उन्होंने कहा कि यह पहल केवल अंतरराष्ट्रीय सीमावर्ती जिलों तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि उन सभी क्षेत्रों में लागू होगी जहां स्वदेशी लोगों को खतरा महसूस होता है।
यह निर्णय बांग्लादेश से संभावित घुसपैठ और सुरक्षा चिंताओं को देखते हुए लिया गया है। सरकार का उद्देश्य है कि कोई भी स्वदेशी व्यक्ति खुद को असुरक्षित महसूस करते हुए अपनी जमीन छोड़ने को मजबूर न हो।
मुख्यमंत्री ने दोहराया कि सरकार स्वदेशी समुदायों की सुरक्षा और आत्मनिर्भरता को प्राथमिकता दे रही है और यह फैसला उसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश