बांदा, 16 मई (हि.स.)। बांदा में शुक्रवार और गुरुवार की रात सड़क हादसों ने कहर बरपा दिया। अलग-अलग स्थानों पर हुई तीन दुर्घटनाओं में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतकों के घरों में कोहराम मच गया है। सभी घटनाओं में वाहन चालकों के फरार हो जाने से आक्रोश व्याप्त है।
बांदा जिले के बिसंडा थाना क्षेत्र के चौसड़ गांव में शुक्रवार दोपहर ट्रक ने बाइक सवार किसान को कुचल दिया। 40 वर्षीय रामपाल पुत्र रामकुमार कुशवाहा राशन की दुकान जा रहा था, तभी ओरन की ओर से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक ने उसे टक्कर मार दी। गंभीर रूप से घायल रामपाल को पहले नजदीकी अस्पताल, फिर जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। हादसे के बाद ट्रक चालक फरार हो गया। मृतक दो भाइयों में बड़ा था और अपने पीछे पत्नी आरती, एक पुत्र और एक पुत्री छोड़ गया है।
हमीरपुर जिले के कुरारा गांव निवासी अवधेश (32) अपने साले करण (26) और एक अन्य साथी अजय (19) के साथ गुरुवार रात बाइक से इचौली दवा लेने जा रहा था। रास्ते में अज्ञात वाहन ने बाइक में जोरदार टक्कर मार दी। तीनों घायल होकर काफी देर तक सड़क पर पड़े रहे, लेकिन किसी ने मदद नहीं की। परिजनों ने लोड़र से जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां अवधेश को मृत घोषित कर दिया गया। करण और अजय घायल हैं। अवधेश के साले मनोज ने बताया कि अगर समय पर मदद मिलती तो जान बचाई जा सकती थी।
बिसंडा थाना क्षेत्र के तेंदुरा गांव निवासी रमेश (35) अपने पड़ोसी चुन्नी रैकवार (45) के साथ नादनमऊ में तेरहवीं से लौट रहे थे। हर्रावापुरवा के पास सामने से आ रही पोकलैड मशीन ने बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में दोनों घायल हो गए। ग्रामीणों ने सीएचसी अतर्रा पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने रमेश को मृत घोषित कर दिया। रमेश राजकोट में काम करता था और हाल ही में गांव आया था। वह भी अपने पीछे पत्नी रेवती, एक पुत्र और एक पुत्री को छोड़ गया।
इन तीनों हादसों ने न केवल तीन घरों के चिराग बुझा दिए बल्कि सड़क सुरक्षा व्यवस्था और त्वरित मदद के अभाव की भी पोल खोल दी है। परिजनों और ग्रामीणों ने प्रशासन से दोषियों की गिरफ्तारी और मुआवजे की मांग की है।
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हिन्दुस्थान समाचार / अनिल सिंह