चित्तौड़गढ़, 29 अप्रैल (हि.स.)। जिले के मंडफिया थाना इलाके में मंगलवार को उदयपुर-निंबाहेड़ा राज मार्ग पर एक यात्री बस पलट गई। इस हादसे में आधा दर्जन यात्री घायल हुए हैं। सवारियों की होड़ में बस को चालक काफी तेज गति से चला रहा था। इससे बस असंतुलित होकर पलट गई। हादसे की सूचना पर मंडफिया थाना पुलिस ने घायलों को चिकित्सालय पहुंचाया, जहां से दो को चित्तौड़गढ़ जिला मुख्यालय रैफर कर दिया।
जानकारी में सामने आया कि मंगलवार को उदयपुर- निंबाहेड़ा राजमार्ग पर चिकारड़ा गांव में सुजा खेड़ा के निकट राजधानी बस अनियंत्रित होकर ओवरटेक के चक्कर में पलटी खा गई। इसमें चार दर्जन से अधिक यात्री सवार थे। गाड़ी के पलटी खाते ही मंडफिया थाने के सिपाही अपनी निजी गाड़ी से मंगलवाड़ की ओर से आ रहे थे, जिन्होंने 5 घायलों को दो चक्कर करते हुए चिकारड़ा पीएससी पर पहुंचाया। यहां पर प्राथमिक उपचार के बाद एक महिला व एक पुरुष को गंभीर घायल होने से चित्तौड़गढ़ रैफर कर दिया। वहीं तीन का चिकारड़ा में उपचार जारी है। घायलों में घिसी बाई निवासी जनतई, गंगाबाई निवासी कुराबड, कमलाबाई निवासी निकुंभ, जगदीश चंद्र, सरोजदेवी उदयपुर थे। इनमें से गंगाबाई कुराबड तथा जगदीश को गंभीरावस्था में चित्तौड़गढ़ रैफर कर दिया। मौके पर मंगलवाड़ थाने के जाप्ते के अलावा मंडफिया थाने का जाप्ते के साथ चिकारड़ा चौकी प्रभारी भी मौके पर पहुंचे। मौके पर यात्रियों ने बताया कि बस में चार दर्जन से अधिक सवारियां थी। उक्त बस निंबाहेड़ा से चलकर उदयपुर जा रही थी। इस दौरान सुजाखेड़ा के निकट एक ट्रक से ओवरटेक के चक्कर में पलटी खा गई। यहां यह बता दे की उदयपुर- निंबाहेड़ा राजमार्ग पर निजी राजधानी लोक परिवहन या अन्य कंपनियों की बसें काफी तेज गति से चलती है। इससे निंबाहेड़ा से मंगलवाड़ के मध्य आए दिन हादसे होते रहते हैं। इन हादसों के कई लोगों की मौत भी हो गई। इसके बावजूद ना तो अधिकारी और ना ही जनप्रतिनिधि ध्यान दे रहे। क्षेत्र के लोगों का आरोप है कि इन सवारी बसों के परमिट की जांच भी नहीं हो रही है और गति पर भी लगाम नहीं लग रही। वहीं मंगलवार को हुवे हादसे में भी यही बात देखने को मिली है। ग्रामीण देवीलाल ने बताया कि इस प्रकार के हादसे कई बार हुए हैं। बसें काफी ओवर स्पीड से चलती है। इससे ओवरटेक के चक्कर में बसें हादसे का शिकार हो जाती है। अब भी सख्त कार्यवाही नहीं होती है तो भविष्य में भी दुर्घटनाओं का अंदेशा बना रहता है।
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हिन्दुस्थान समाचार / अखिल