सिरसा, 31 मई (हि.स.)। जिला प्रशासन द्वारा शनिवार शाम सिरसा के लघु सचिवालय में ऑपरेशन शिल्ड के तहत नागरिक सुरक्षा अभ्यास के तहत आपदा प्रबंधन और त्वरित प्रतिक्रिया की क्षमता को परखने के उद्देश्य से मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। यह अभ्यास लघु सचिवालय परिसर में हुई मॉकड्रिल में 20 लोगों के घायल होने की स्थिति को दर्शाया गया। इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य आपदा की स्थिति में विभिन्न विभागों के बीच समन्वय, त्वरित कार्रवाई और प्रभावी बचाव कार्यों की तैयारियों का मूल्यांकन करना था।
मॉड ड्रिल के दौरान अचानक पहली मंजिल पर धुआं उठने लगा और खतरा मानते हुए सायरन बजाया गया, तो आपदा प्रबंधन को लेकर पुलिस व एंबुलेंस व फायरब्रिगेड को सूचनाएं फ्लैश हुई, जिसके कुछ ही देर में पुलिस की गाड़ी पहुंची और ठीक इस गाड़ी के पीछे होमगार्ड की गाड़ी आ गई। कुछ ही समय में एंबुलेंस व फायर ब्रिगेड की गाडिय़ां भी पहुंच गई। तीन मिनट की अवधि के दौरान आठ एंबुलेंस और फायर बिग्रेड की तीन गाडिय़ां पहुंच चुकी थी। इस मॉक ड्रिल में शामिल सभी टीमें फायर ब्रिगेड, पुलिस, एंबुलेंस सेवाएं, रेडक्रॉस, एनसीसी और आपदा प्रबंधन से जुड़े अन्य विभाग ने उल्लेखनीय तत्परता और समन्वय का प्रदर्शन किया। एनआईसी की टीम द्वारा मॉकड्रिल को हेडक्वार्टर पर लाइव दिखाया गया।
मॉक ड्रिल में विभिन्न विभागों ने अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया। फायर ब्रिगेड ने आग बुझाने और बचाव कार्यों को अंजाम दिया, जबकि पुलिस व होमगार्ड ने घायलों को एंबुलेंस तक पहुंचाने का काम किया। इस एनसीसी के स्वयंसेवकों ने घायलों को सुरक्षित बाहर निकालने में सहायता की। आपदा प्रबंधन टीम ने प्राथमिक उपचार और चिकित्सा सहायता की व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित किया। एंबुलेंस सेवाओं ने घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाने की प्रक्रिया का अनुकरण किया, जिससे यह सुनिश्चित हुआ कि वास्तविक आपदा की स्थिति में समयबद्ध तरीके से कार्रवाई संभव है।
सिटी मजिस्ट्रेट यश मलिक ने कहा कि मॉक ड्रिल का उद्देश्य वास्तविक आपदा की स्थिति में त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया सुनिश्चित करना था। इस अभ्यास के माध्यम से हमने विभिन्न विभागों के बीच समन्वय को परखा और उनकी तैयारियों का मूल्यांकन किया। सभी टीमें समय पर मौके पर पहुंचीं और अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया। उन्होंने कहा कि इस तरह के अभ्यास न केवल आपदा प्रबंधन की तैयारियों को मजबूत करते हैं, बल्कि आपदा की स्थिति में होने वाली अफरा-तफरी को कम करने में भी मदद करते हैं। उन्होंने कहा कि सिरसा प्रशासन आपदा की स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। इस तरह के आयोजन न केवल प्रशासन की क्षमताओं को मजबूत करते हैं, बल्कि आम जनता में भी सुरक्षा और जागरूकता का भाव पैदा करते हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / Dinesh Chand Sharma