कानपुर, 31 मई (हि. स.)। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय जनस्वास्थ्य शिक्षा के क्षेत्र में एक नई पहचान बना रहा है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, सामाजिक उत्तरदायित्व और व्यावसायिक दक्षता के समन्वय से विश्वविद्यालय ने 2024 में मास्टर ऑफ पब्लिक हेल्थ (एमपीएच) कार्यक्रम की शुरुआत की थी। यह जानकारी विश्वविद्यालय के डीन, फैकल्टी ऑफ एडवांस्ड स्टडीज ऑफ सोशल साइंस प्रो. संदीप कुमार सिंह ने दी।
प्रो. संदीप ने बताया कि जो आज छात्रों को स्थानीय समस्याओं के वैश्विक समाधान देने की दिशा में एक मजबूत मंच प्रदान कर रहा है। यह कोर्स आज उन छात्रों के लिए एक सशक्त माध्यम बन चुका है जो समाज की बेहतरी के साथ-साथ एक वैश्विक करियर की तलाश में हैं।
एमपीएच एक बहुविषयक पाठ्यक्रम, जो बनाता है आपको वैश्विक नागरिक
एमपीएच एक ऐसा बहुविषयक कार्यक्रम है जो चिकित्सा, समाजशास्त्र, सूचना प्रौद्योगिकी, प्रबंधन, जीवन विज्ञान, कानून, पर्यावरण विज्ञान और अन्य क्षेत्रों को समेटे हुए है। यह पाठ्यक्रम विद्यार्थियों को जनस्वास्थ्य प्रबंधन, स्वास्थ्य नीति, महामारी विज्ञान, बायोस्टैटिस्टिक्स, पर्यावरणीय स्वास्थ्य, पोषण, मानसिक स्वास्थ्य, और अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य जैसे विविध विषयों में दक्ष बनाता है।
इसका उद्देश्य विद्यार्थियों को नीतिगत योजना, समुदाय आधारित हस्तक्षेप, अनुसंधान और नेतृत्व क्षमता प्रदान करना है जिससे वे जनस्वास्थ्य प्रणाली को प्रभावशाली बना सकें।
सीएसजेएमयू का एमपीएच सिद्धांत और प्रायोगिक ज्ञान का समन्वय
डिपार्टमेंट ऑफ लाइफलॉन्ग लर्निंग एंड एक्सटेंशन द्वारा संचालित यह दो वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम मात्र ₹16,200 वार्षिक शुल्क पर उपलब्ध है। इसकी खासियत है शोध और फील्ड वर्क आधारित शिक्षण, जिसके अंतर्गत विद्यार्थी ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में जाकर वास्तविक जनस्वास्थ्य समस्याओं पर काम करते हैं।
विद्यार्थियों को सर्वेक्षण, डेटा संग्रहण, विश्लेषण और हस्तक्षेप परियोजनाओं के माध्यम से जनस्वास्थ्य की जमीनी हकीकत को समझने और समाधान निकालने का व्यावहारिक अवसर मिलता है।
राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय करियर की सुनहरी राह
सीएसजेएमयू का एमपीएच प्रोग्राम विद्यार्थियों को स्थानीय समस्याओं को वैश्विक दृष्टिकोण से हल करने की क्षमता प्रदान करता है। इसी उद्देश्य के तहत सीएसजेएमयू ने प्रतिष्ठित संस्थाओं के साथ रणनीतिक साझेदारियाँ स्थापित की हैं। विशेष रूप से, ‘विटामिन एंजेलस ‘ संस्था के साथ हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन उल्लेखनीय है। यह संस्था वैश्विक स्तर पर मातृ एवं शिशु पोषण में अग्रणी भूमिका निभा रही है। इस साझेदारी के अंतर्गत विश्वविद्यालय के चार विद्यार्थियों को हर्ष शर्मा, प्रियांशु, ऋषभ और वर्तिका को 18 हज़ार रूपये प्रतिमाह के मानदेय पर इंटर्नशिप प्रदान की गई है, जो उन्हें वैश्विक अनुभव के साथ व्यावसायिक प्रशिक्षण भी प्रदान करता है।
एमपीएच कोर्स के बाद छात्र स्वास्थ्य संचार विशेषज्ञ, पर्यावरणीय स्वास्थ्य अधिकारी, सार्वजनिक नीति सलाहकार, अनुसंधानकर्ता, एनजीओ निदेशक, सामुदायिक कार्यकर्ता, स्वास्थ्य केंद्र प्रशासक जैसे प्रमुख पदों पर कार्य कर सकते हैं। भारत में ही नहीं, यूएसए, यूके, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में एमपीएच की भारी मांग है।
एमपीएच क्यों करें?
रोजगार के बेहतर अवसर स्वास्थ्य और संबंधित क्षेत्रों में अनेक पद उपलब्ध हैं। नौकरी की सुरक्षा जनस्वास्थ्य में लगातार बढ़ती आवश्यकता। नीति निर्माण, प्रबंधन, और नेतृत्व क्षमता का विकास सरकारी व निजी संगठनों, एनजीओ , राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं में करियर।
कौन कर सकता है एमपीएच
एमपीएच उनके लिए उपयुक्त है जो अस्पताल प्रशासन, स्वास्थ्य नीति या सामुदायिक स्वास्थ्य में करियर बनाना चाहते हैं। स्वास्थ्य संबंधी स्नातक पाठ्यक्रम (जैसे एमबीबीएस, बीडीएस , बीपीटी, बीएससी नर्सिंग, बीएचएमएस, बीएएमएस , बी.फार्मा, बी.टेक, सोशियोलॉजी, सोशल वर्क, इकोनॉमिक्स, साइकोलॉजी आदि) के बाद आगे बढ़ना चाहते हैं। समाज में स्वास्थ्य जागरूकता लाने और जनस्वास्थ्य सुधार में भागीदारी करना चाहते हैं। जमीनी स्तर पर काम कर समाज को स्वस्थ बनाना चाहते हैं।
प्रवेश प्रक्रिया और पात्रता
प्रवेश मेरिट या प्रवेश परीक्षा के आधार पर होता है। स्नातक उत्तीर्ण होना अनिवार्य।
पाठ्यक्रम में शामिल प्रमुख विषय
जनस्वास्थ्य का परिचय,महामारी विज्ञान,स्वास्थ्य आंकड़े और बायोस्टैटिस्टिक्स,स्वास्थ्य नीति और अर्थशास्त्र,अनुसंधान पद्धति,संक्रामक और असंक्रामक रोग, स्वास्थ्य संचार, काउंसलिंग पोषण, पर्यावरणीय स्वास्थ्य, टिकाऊ विकास,अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य।
सीएसजेएमयू में नवाचार और सामाजिक उत्तरदायित्व का संगम
आज सीएसजेएमयू में 13 स्कूल्स और 100 से अधिक पाठ्यक्रम संचालित हो रहे हैं। वैश्विक स्तर पर साझेदारी, अनुसंधान उन्मुख दृष्टिकोण और छात्र-केंद्रित नीति ने इसे एक उदीयमान राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा केंद्र के रूप में प्रतिष्ठित किया है। यदि आप एक ऐसे करियर की तलाश में हैं जो न केवल आपको सम्मान और रोजगार दे, बल्कि समाज में बदलाव लाने का माध्यम भी बने, तो सीएसजेएमयू का एमपीएच कार्यक्रम आपके लिए एक सुनहरा अवसर है।
हिन्दुस्थान समाचार / मो0 महमूद