हसौली में गूंजे श्रीराम के जयघोष, कथा सुन भावविभोर हुए श्रद्धालु

हसौली में गूंजे श्रीराम के जयघोष, कथा सुन भावविभोर हुए श्रद्धालु

पं. अरुण कृष्ण शास्त्री बोले– श्रीराम कथा अमृत के समान, जिसके श्रवण से होता है जीवन का उद्धार

मीरजापुर, 22 मई (हि.स.)। जमालपुर क्षेत्र के हसौली गांव स्थित विघ्न हरण हनुमत धाम में बुधवार की संध्या जैसे ही सात दिवसीय संगीतमय श्रीराम कथा की मंगल ध्वनि गूंजी, पूरा परिसर भक्ति और श्रद्धा के रंग में रंग गया। आरती की लौ, घंटियों की झंकार और कथा व्यास की मधुर वाणी ने ऐसा समां बांधा कि हर श्रोता मानो त्रेता युग की लीला में खो गया।

कथा वाचक पं. अरुण कृष्ण शास्त्री ने पहले ही दिन श्रीरामचरित मानस के महात्म्य पर विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि कथा का श्रवण कोई साधारण कार्य नहीं, यह तो जीवन के कई जन्मों के संचित पुण्यों का फल होता है। जब रामकथा जीव के हृदय में उतरती है, तो वह मोह-माया से मुक्त होकर परम पद की ओर अग्रसर होता है।

उन्होंने श्रीराम कथा को गंगा के समान निर्मल बताया और कहा कि जैसे पवित्र गंगा में डुबकी लगाकर मनुष्य अपने पापों से मुक्त हो जाता है, वैसे ही श्रीराम कथा के श्रवण से आत्मा शुद्ध होकर ईश्वर के चरणों में स्थिर हो जाती है।

कथा प्रारंभ से पहले यज्ञाचार्य पं. लड्डू कृष्ण शास्त्री के सान्निध्य में श्रीराम कथा समिति के अध्यक्ष रजनीश दुबे द्वारा विधिवत ब्यास पूजन किया गया। श्रोताओं की भीड़ देखते ही बनती थी। दूर-दराज से आए श्रद्धालुओं ने कतारबद्ध होकर दर्शन व श्रवण का लाभ उठाया। कथा के समापन पर भव्य आरती हुई और प्रसाद वितरण के साथ पहला दिवस समाप्त हुआ। पूरे वातावरण में राम नाम की महिमा और श्रद्धा की सुगंध देर रात तक बनी रही।

हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा

administrator