
नैनीताल, 30 मई (हि.स.)। शुक्रवार को हिंदी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर राज्य अतिथि गृह-नैनीताल क्लब में देश के पत्रकारों के सबसे बड़े संगठन-नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (इंडिया) उत्तराखंड (एनयूजे-आईयू) एवं कुमाऊं विश्वविद्यालय के डीएसबी परिसर स्थित अटल पत्रकारिता एवं जनसंचार केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर हिंदी पत्रकारिता में अंग्रेजी एवं अन्य भाषाओं के शब्दों के हो रहे अधिकाधिक प्रयोग पर चिंता जताते हुए हिंदी के शब्दों को बढ़ावा देने का संकल्प लिया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि नैनीताल नगर की प्रथम नागरिक नगरपालिका की अध्यक्ष डॉ. सरस्वती खेतवाल ने पत्रकारों का हिंदी पत्रकारिता दिवस की बधाई दी। वहीं विशिष्ट अतिथि एनयूजे-आईयू के प्रदेश महासचिव डॉ. नवीन जोशी ने बताया कि एनयूजे-आईयू देश के केवल उन दो पत्रकार संगठनों में शामिल ट्रेड यूनियन है जो पत्रकारों के वैश्विक संगठन-इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ जर्नलिस्ट्स से संबद्ध है। साथ ही उन्होंने हिंदी पत्रकारिता के इतिहास को विस्तार से बताते हुए कहा कि वर्तमान में हिंदी पत्रकारिता में अंग्रेजी व अन्य भाषाओं के शब्दों के बढ़ते प्रचलन से हिंदी पत्रकारिता भाषाई स्तर पर भी खतरे में है।
वहीं विशिष्ट अतिथि प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. गिरीश रंजन तिवारी ने फ्रांस में एआई से प्रसारित होने लगे समाचार पत्र की जानकारी देते हुए पत्रकारों को ‘कॉपी-पेस्ट’ की प्रवृत्ति छोड़ने और मैदान में स्वयं उतरकर समाचार एकत्र करने तथा भाषा के स्तर पर भी अपनी अलग विशिष्टता बनाकर एआई के खतरों से बचने की सलाह दी। गोष्ठी में वरिष्ठ पत्रकार रवींद्र पांडे, जिला अध्यक्ष अफजल हुसैन ‘फौजी’, महामंत्री राजू पांडे, कोषाध्यक्ष शीतल तिवारी, नगर अध्यक्ष गौरव जोशी व अटल पत्रकारिता एवं जनसंचार केंद्र की डॉ. पूनम बिष्ट आदि ने भी संबोधित किया। संचालन नगर महामंत्री अजमल हुसैन ने किया। इस अवसर पर गणेश कांडपाल, तेज सिंह नेगी, पंकज कुमार, एसएम इमाम, सुनील भारती, शैलजा सक्सेना, आकांक्षी माडमी व कंचन वर्मा सहित बड़ी संख्या में पत्रकार एवं पत्रकारिता के विद्यार्थी उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी