हिसार, 15 मई (हि.स.)। जिले के नारनौंद क्षेत्र के गांव पेटवाड़ में हांसी
रोड के किनारे खेतों में आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैली कि सड़क किनारे लगे सैकड़ों
पेड़-पौधे जलकर राख हो गए। घटना का कारण फसल अवशेष जलाना बताया जा रहा है।
भूमि मित्र संस्था ने इस संबंध में प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है। बताया
जा रहा है कि फसल कटाई के बाद किसान अवशेषों को जला देते हैं। इस बार भी किसी किसान
ने गेहूं की फसल के अवशेषों में आग लगाई। गुरुवार दोपहर को तेज हवा के कारण आग पास
के खेतों और सड़क तक फैल गई। भूमि मित्र संस्था के युवाओं ने खेतों से बाल्टियों में
पानी लाकर पौधों की आग बुझाई।
पेड़ों में लगी आग की सूचना मिलने पर भूमि मित्र संस्था थुराना के सदस्य मौके
पर पहुंचे। संस्था ने लापरवाह लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना
है कि हर साल हजारों पेड़-पौधे इस तरह की आगजनी में नष्ट हो जाते हैं। यह पर्यावरण
को नुकसान पहुंचाता है। साथ ही सरकार द्वारा लगाए गए पौधों की मेहनत भी बर्बाद हो जाती
है। संस्था ने किसानों को फसल अवशेष प्रबंधन के प्रति जागरूक करने की मांग की है। ग्रामीणों
ने भी प्रशासन से ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने के लिए सख्त नियम बनाने और दोषियों पर जुर्माना
लगाने की अपील की है, ताकि भविष्य में कोई इस प्रकार की हरकत न करे।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर