चार सदस्यीय टीम ने अधिकारियों से की बैठक
हिसार, 15 मई (हि.स.)। जिले के गांव भाटला के बहुचर्चित सामाजिक बहिष्कार मामले
की जांच के लिए हांसी पहुंची सुप्रीम कोर्ट की टीम ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
बुधवार देर सायं हांसी पहुंची इस टीम ने गुरुवार को विभिन्न अधिकारियों से मुलाकात
की। इस सदस्यीय उच्च स्तरीय जांच टीम में रिटायर्ड डीजी कमलेंद्र प्रसाद, रिटायर्ड
डीजीपी वीसी गोयल और दो रिटायर्ड डीएसपी मीनाक्षी शर्मा और राजेंद्र पाल शामिल हैं।
मामले की निष्पक्ष जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों पर यह टीम बनाई
गई है ताकि पीड़ित परिवारों को न्याय मिल सके। जांच टीम के साथ इस मामले में लगातार
सक्रिय भूमिका निभा रहे वकील रजत कलसन भी मौके पर मौजूद रहे। कलसन भाटला मामले में
शुरू से ही पीड़ित पक्ष की पैरवी करते आ रहे हैं और उन्होंने इस मामले को लेकर सुप्रीम
कोर्ट में भी अपील की थी। इस संबंध में टीम द्वारा हांसी रेस्ट हाउस में एक महत्वपूर्ण
बैठक आयोजित की गई, जिसमें स्थानीय अधिकारियों से प्रारंभिक जानकारी भी ली जा रही है।
उम्मीद है कि जांच टीम जल्द ही भाटला गांव पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण करेगी और गवाहों
व पीड़ितों के बयान दर्ज करेगी।
मामले में पीड़ित पक्ष की पैरवी कर रहे एडवोकेट रजत कलसन ने बताया कि भाटला
प्रकरण में दलित समाज के लोगों द्वारा पुलिस के ऊपर आरोप लगाए थे कि पुलिस ने इस मामले
में जानबूझकर सामाजिक बहिष्कार करने वाले दोषियों को मदद की है। कलसन ने बताया कि सुप्रीम
कोर्ट में 2019 से 2025 तक सुनवाई चली है। कुछ समय पहले सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया
था कि मामले में दो सदस्यीय एसआईटीम गठित की थी जिसके लिए उन्होंने याचिका भी दाखिल
की थी। कमेटी अब जांच के लिए पहुंची है। यह कमेटी तीन दिन तक हांसी में रहकर इस मामले की जांच करेगी जिसमें मौके का
मुआयना और दोनों पक्षों से पूछताछ भी कर सकती है। साथ ही इस जांच से जुड़े पुलिस अधिकारियों
को भी पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर