कोहिमाः नगालैंड में संदिग्ध नगा उग्रवादियों के हमले में असम राइफल्स के दो जवान शहीद हो गए जबकि चार अन्य की हालत गंभीर हैं। ये हमला मोन जिले में उस समय हुआ जब जवान गश्त पर जा रहे थे। बताया जा रहा है कि राइफल्स के काफिले पर संदिग्ध नगा उग्रवादियों ने घात लगाकर हमला किया। जिस समय हमला हुआ उस वक्त सेना के काफिले में छह जवान शामिल थे। जो जवान शहीद हुए हैं उनके नाम हवलदार फतेह सिंह नेगी और सिपाही एच. कोनयाक बताए जा रहे हैं। फिलहाल घायल जवानों का इलाज चल रहा है।
असम राइफल्स की जवाबी कार्रवाई
असम राइफल्स ने जवानों ने भी उग्रवादियों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की। लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि कितने उग्रवादियों की मौत हुई है और कितने घायल हैं। असम राइफल्स के पीआरओ ने बताया कि इस हमले में संदिग्ध भूमिगत नगा समूहों की संलिप्तता की अभी पुष्टि नहीं हुई है और न ही किसी भी आतंकी समूह ने इसकी जिम्मेदारी ली है। फिलहाल पुलिस और असम राइफल्स के जवानों ने इलाकों की घेराबंदी कर उग्रवादियों के तलाश में जुट गए हैं।
गृह मंत्रालय ने किया था अलर्ट
बताया जाता है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से पहले एक अलर्ट भेजा गया था जिसमें कहा गया था कि म्यांमार सीमा पर आतंकी हमला हो सकता है। इस अलर्ट के बाद ही असम राइफल्स के जवान गश्त कर रहे थे। बता दें कि भारत- म्यांमार सीमा पर असम राइफल्स के जवान तैनात हैं जो कि नगा उग्रवादियों के निशाने पर हमेशा रहते हैं।
इन राज्यों में सक्रिय हैं नगा उग्रवादी
नगा उग्रवादियों का संगठन नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नगालैंड मणिपुर, मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश में काफी सक्रिय है। यहां पर आए दिन आम लोग भी उग्रवादियों के शिकार होते रहते हैं। ये उग्रवादी भारतीय सीमा में वारदात को अंजाम देकर म्यांमार की सीमा में आसानी से घुस जाते हैं।