
सूरजपुर, 13 मई (हि.स.)। प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अंतर्गत जिले के 2250 परिवारों ने आज मंगलवार को हर्ष और उल्लास के साथ अपने नवनिर्मित पक्के मकान में गृह प्रवेश किया। इस ऐतिहासिक अवसर को गृह प्रवेश उत्सव के रूप में मनाया गया, जो ग्रामीण जीवन में स्थायित्व और सम्मान का प्रतीक बन गया। यह कार्यक्रम केंद्र सरकार के ’’मोर आवास मोर अधिकार’’ अभियान के अंतर्गत आयोजित किया गया। गृह प्रवेश उत्सव का राज्य स्तरीय आयोजन अंबिकापुर के पीजी कॉलेज मैदान से केंद्रीय पंचायत एवं कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा किया गया। ’’मोर आवास मोर अधिकार’’ कार्यक्रम अंतर्गत गृह प्रवेश करने वाले परिवार को केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बधाई दी।
इस अवसर पर उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि हमने वादा किया था कि जैसे ही हमारी सरकार बनेगी ’’मोर आवास मोर अधिकार’’ के तहत सभी को आवास मिलेगा। यह हमारे सरकार का संकल्प था और छत्तीसगढ़ में हमारी सरकार बनी और पक्के मकान बनने की प्रक्रिया ने रफ्तार पकड़ी। जो हमने कहा उस वादे को हमने निभाया और आज मै उसी वादे को निभाने के लिए अंबिकापुर आया हुं। जो 3 लाख 700 की आवास बचे थे उसका स्वीकृति पत्र आज मैं मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा को सौंप रहा हूं।
इस अवसर पर पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में 51,000 से अधिक परिवारों ने अपने नए घरों में प्रवेश किया, जिनमें सूरजपुर जिले के 30 मार्च के बाद पूर्ण हुए 2250 घर शामिल हैं। विकासखंडवार गृह प्रवेश अंतर्गत भैयाथान में 350 परिवार, ओड़गी में 430 परिवार, प्रतापपुर में 150 परिवार, प्रेमनगर में 410 परिवार, रामानुजनगर में 250 परिवार और सूरजपुर में 660 परिवार को इसका लाभ मिला है।
केंद्र एवं राज्य शासन से गरीबों के जीवन स्तर को बेहतर करने के लिए पक्के घर बनाने और उपलब्ध कराने के लिए वर्ष अप्रैल 2016 से प्रधानमंत्री आवास योजना की शुरुआत की थी। इन घरों में शौचालय ,बिजली, पीने का पानी, स्वच्छ ईंधन एलपीजी आदि ऐसी बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने का प्रावधान है ।जब लोग सक्रिय रूप से अपने घरों के निर्माण में भाग लेते हैं और इन सुविधाओं को प्राप्त कर लेते हैं तो उनका अपने घरों से एक मजबूत रिश्ता बन जाता है और वह भावनात्मक रूप से उससे जुड़ाव महसूस करते हैं प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण ने देश भर के कई आवासहीन परिवारों के लिए एक नई उम्मीद जगाई है।
बेघर परिवारों को इस योजना के माध्यम से मिल रहे पक्के मकान ने न केवल लोगों के जीवन स्तर को ऊपर उठाया है बल्कि उन्हें एक सुरक्षित और स्थाई आवास भी प्रदान किया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देशानुसार छत्तीसगढ़ में आधिकाधिक पात्र लोगों तक इसका लाभ पहुंचाने के प्रयास किये जा रहे हैं। साथ ही साय के मुख्यमंत्री बनने के बाद कैबिनेट ने सबसे पहला काम राज्य में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 18 लाख मकान स्वीकृत करने का किया था और प्रधानमंत्री आवास योजना के क्रियान्वयन को लागू करने के लिए राज्य शासन पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। आज जब केंद्रीय मंत्री छत्तीसगढ़ के दौरे पर हैं तब उनके सपनों को फलीभूत करते हुए आज के दिन गृह प्रवेश उत्सव कार्यक्रम का आयोजन पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में किया जा रहा है। इसी तारतम्य में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत 13 मई को गृह प्रवेश उत्सव सूरजपुर जिले में मनाया गया। यह आयोजन न केवल एक सरकारी योजना की सफलता का प्रतीक है बल्कि हजारों ग्रामीण परिवारों के सपने के घर में प्रवेश करने का ऐतिहासिक दिन साबित हो रहा है।
आज के दिन इस अवसर पर सूरजपुर जिले के 2250 परिवारों ने हर्षोल्लास दीपोत्सव तथा अपने रीति-रिवाज के साथ गृह प्रवेश किया। यह कार्यक्रम मोर आवास मोर अधिकार के तहत आयोजित किया गया।
कलेक्टर एस जयवर्धन ने सभी हितग्राहियों को अपने शुभकामना संदेश में कहा कि, जीवन में प्रत्येक व्यक्ति का सपना होता है कि उसका अपना पक्का घर हो जिसमें वह अपने परिवार के साथ सुरक्षित और सुखी रह सके, आज आप सभी का यह सपना पूरा हो रहा है आप सभी को बहुत बहुत बधाई। उन्होंने आगे कहा कि उनका पूरा प्रयास रहेगा कि जिले के सभी पात्र परिवारों का पक्का मकान हो।
जिला पंचायत की सीईओ कमलेश नंदिनी साहू ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना आने के बाद गरीब परिवारों का सपना साकार हो रहा है कच्चे घर की दिक्कत से मुक्ति मिली है। वर्तमान में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत जिले में 2250 परिवारों ने गृह प्रवेश किया है। उन्होंने आगे बताया कि आयोजन के दौरान सांस्कृतिक एवं प्रेरणादायक गतिविधियों का भी आयोजन किया गया ।साथ ही हितग्राहियों को प्रतीकात्मक चाबियां प्रदान की गई, उन्हे अनुभव साझा करने का अवसर भी दिया गयाअ कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए राज्य से दिशा निर्देश जारी किए गए है जिसके परिपालन में कार्य किया जा रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार / विष्णु पाण्डेय