शिमला, 14 मई (हि.स.)। राजधानी शिमला के नजदीक चमियाना स्थित अटल सुपर स्पेशलिटी आयुर्विज्ञान संस्थान अस्पताल में बुधवार से ऑपरेशन की सुविधा भी शुरू कर दी गई है। पहले ही दिन अस्पताल के गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग ने नौ मरीजों के सफल ऑपरेशन कर अस्पताल के नए चरण की शुरुआत की। विभागाध्यक्ष डॉ. बृज शर्मा के नेतृत्व में यह सभी ऑपरेशन सफलतापूर्वक संपन्न हुए, जिनमें एनेस्थीसिया विभाग का भी अहम योगदान रहा।
गौरतलब है कि अस्पताल में ओपीडी सेवाएं पहले ही शुरू हो चुकी थीं और एक मई से मरीजों को भर्ती करना भी आरंभ कर दिया गया था। अब ऑपरेशन सेवाएं मिलने के बाद यह संस्थान मरीजों को एक ही छत के नीचे ओपीडी, भर्ती और सर्जरी की पूरी सुविधा देने में सक्षम हो गया है। इससे गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों और उनके परिजनों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। इससे पहले गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग की सभी सर्जरी इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी) में की जाती थीं।
डॉ. बृज शर्मा ने बताया कि अस्पताल में अत्याधुनिक तकनीकों से युक्त ऑपरेशन थियेटर तैयार किए गए हैं, जहां मरीजों को विश्वस्तरीय सर्जिकल सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। उन्होंने बताया कि बुधवार को किए गए सभी ऑपरेशन सफल रहे और अब नियमित रूप से गैस्ट्रो विभाग में ऑपरेशन किए जाएंगे।
अभी अस्पताल में न्यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, यूरोलॉजी, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी और प्लास्टिक सर्जरी विभागों की ओपीडी सेवाएं उपलब्ध हैं। प्रतिदिन यहां औसतन 500 मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं।
गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग में पाचन तंत्र की सूजन, आंतों की बीमारियां, अल्सर और पेट संबंधी अन्य जटिल समस्याओं का इलाज किया जाता है। यूरोलॉजी विभाग गुर्दे की पथरी, मूत्र प्रणाली की रुकावट, प्रोस्टेट व जन्मजात विकृतियों के मामलों का इलाज करता है, जबकि प्लास्टिक सर्जरी विभाग में जलने, कटने, गंभीर चोटों और जन्मजात विकृतियों का उपचार किया जाता है।
अस्पताल प्रबंधन के अनुसार आपातकालीन चिकित्सा सेवाएं फिलहाल आईजीएमसी शिमला में ही उपलब्ध रहेंगी। चमियाना अस्पताल में इमरजेंसी सेवाएं शुरू नहीं की गई हैं। आपात स्थिति में मरीजों को अभी आईजीएमसी भेजा जाएगा।
सुविधा के लिए ढली टनल से चमियाना तक हर एक घंटे में टेंपो ट्रैवलर सेवा भी चलाई जा रही है जिससे मरीजों और उनके परिजनों को आने-जाने में कोई दिक्कत न हो।
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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा