धर्मशाला, 15 मई (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा घोषित दसवीं के परीक्षा परिणाम में इस बार निजी स्कूलों का दबदबा रहा है। जबकि सरकारी स्कूल मैरिट लिस्ट में निजी स्कूलों के मुकाबले काफी पीछे रह गए हैं। मैरिट में आए 117 टॉपरों में से निजी स्कूलों ने एकतरफा अधिकार करते हुए 97 स्थानों पर कब्जा जमाया है, जबकि सरकारी स्कूल महज 20 तक ही सिमट कर रह गए हैं। इतना ही नहीं इस बार दसवीं की टॉप-पांच में एकमात्र पांचवें टॉपर के रूप में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला गर्ल्स पोर्टमोर शिमला की नव्या शर्मा 692 अंक लेकर शामिल हुई हैं। जबकि टॉप-5 मैरिट में कुल 17 छात्र हैं, जिसमें सरकारी स्कूल से उक्त ही एकमात्र छात्रा शामिल है। उधर ओवरऑल मैरिट सूची में सरकारी स्कूल फिसड्डी रहे हैं।
गौर करने योग्य है कि केंद्र व राज्य सरकारों की ओर से विभिन्न योजनाओं के तहत करोड़ों रुपए इंफास्ट्रक्चर, सुविधाओं व अन्य वेतन-भत्तों पर सरकारी स्कूलों में खर्च किया जा रहा है, जिसपर बड़े सवाल उठ रहे हैं। परीक्षा परिणाम में सरकारी स्कूलों की हालत पर राज्य भर के शिक्षाविदों, बुद्धिजीवियों व पूर्व शिक्षकों ने भी सरकारी स्कूलों व शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर बड़े सवाल उठाए हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / सतिंदर धलारिया