जम्मू, 16 मई (हि.स.)। जनवरी से बकाया 2 प्रतिशत महंगाई भत्ते की किस्त तत्काल जारी करने की आवश्यकता पर बल देते हुए नैशनल मजदूर कांफ्रेस (एनएमसी) के अध्यक्ष सुभाष शास्त्री ने गुरुवार को मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से अपील की कि वे कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को भी जल्द से जल्द महंगाई भत्ते की समान किस्त जारी करने की घोषणा करें ताकि वेतनभोगी वर्ग और पेंशनभोगियों को आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतों के मद्देनज़र राहत मिल सके।
यहां एनएमसी कार्यकर्ताओं की एक बैठक को संबोधित करते हुए शास्त्री ने कहा कि वार्षिक बजट में अंतर्निहित प्रावधानों को देखते हुए राज्य सरकार के लिए कोई अड़चन नहीं होनी चाहिए, खासकर तब जब अन्य राज्यों ने पहले ही 2 प्रतिशत डीए की किस्त जारी कर दी है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में जल्द निर्णय लेना उन्हें कुछ राहत प्रदान करने का एक वास्तविक उपाय होगा।
केंद्रीय सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को याद करते हुए, जिसे एनडीए सरकार ने जनवरी 2016 में लागू किया था, शास्त्री ने कहा कि इसमें यह भी सिफारिशें थीं कि जैसे ही डीए 50 प्रतिशत से अधिक हो जाता है, केंद्र का दायित्व है कि वह 50 प्रतिशत डीए को मूल वेतन या पेंशन में मिला दे। उन्होंने कहा कि अब चूंकि महंगाई भत्ता 55 प्रतिशत तक पहुंच चुका है, इसलिए वे पूर्वव्यापी प्रभाव से 50 प्रतिशत महंगाई भत्ते को मूल वेतन/पेंशन में शीघ्र विलय करने का अनुरोध करते हैं।
मीटिंग को संबोधित करने वालों में राजन बाबू खजूरिया, बी. एस. जम्वाल, सुरेन्द्र कुमार, रमेश शर्मा, रजनीश कपूर, सुखदेव सिंह, विजय भगत, शैल सिंह, अंग्रेज सिंह, दर्शन बाबा, तरसेम शर्मा व अन्य प्रमुख थे।
हिन्दुस्थान समाचार / राहुल शर्मा
