दलाल समेत तीन लोगों ने कब्जा न देकर 40 प्लॉट किसी और को बेच डाले
सूरत, सरथाणा इलाके में एक बिल्डर के साथ प्लॉट के नाम पर 11 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। दलाल समेत तीन लोगों ने गोकुलधाम बंग्लोज़ के 52 प्लॉट बिल्डर को देने का वादा किया, लेकिन न तो कब्जा दिया और न ही उनके नाम प्लॉट रजिस्टर्ड किए। इसके उलट, उन्हीं में से 40 प्लॉट किसी और को बेच दिए गए।
भावनगर जिले के गरियाधार तालुका के रतनावाव गांव के मूल निवासी और वर्तमान में सूरत के सरथाणा जकातनाका इलाके में रहने वाले हितेशभाई कानजीभाई नावडिया और उनके साझेदार हार्दिकभाई गढ़वी ज़मीन खरीद-फरोख्त का व्यवसाय करते हैं। वर्ष 2012 में हितेशभाई ने भरूच जिले के वडवा गांव में 19.59 एकड़ ज़मीन खरीदी थी।
उसी दौरान, दलाल लवजी लालजी (नवाडा गांव, भावनगर) ने हितेशभाई से संपर्क कर कहा कि वह उनकी ज़मीन खरीदने के लिए एक भरोसेमंद पार्टी लेकर आ सकता है। 1 जून 2012 को सरथाणा जकातनाका स्थित अवध वाईसरॉय बिल्डिंग में लवजी ने मगन नानजी व्यास (वेड रोड) और अंबालाल शंकर सुथार (वीआईपी रोड, वेसु) से मुलाकात करवाई। तीनों ने मिलकर वडवा गांव की 19.5 एकड़ ज़मीन का सौदा 71 लाख रुपये प्रति एकड़ की दर से तय किया, जिसकी कुल कीमत 13.66 करोड़ रुपये बैठी। इस सौदे में 20% हिस्सेदारी देने की भी बात तय हुई।
आरोपियों ने टुकड़ों में 2.37 करोड़ रुपये दिए, जबकि शेष राशि के लिए बहाने बनाते रहे। बाद में इन्होंने हितेशभाई को बताया कि अब वे 11 करोड़ रुपये के बदले जोखा गांव, ब्लॉक नंबर 234 स्थित गोकुलधाम बंग्लोज़ के 52 प्लॉट देंगे, और 5 फरवरी 2014 को एक चिट्ठी बनाकर दी।
आरोपियों ने कहा कि प्लॉट को एन.ए. (गैर-कृषि) करवाकर रजिस्ट्री करा देंगे, लेकिन न तो उन्होंने रजिस्ट्री कराई, न ही प्लॉट का कब्जा दिया। इतना ही नहीं, 52 में से 40 प्लॉट किसी और को बेच दिए और उनके नाम पर कर दिए। जब यह बात हितेशभाई को पता चली तो उन्हें ठगी का अहसास हुआ और उन्होंने सरथाणा पुलिस स्टेशन में तीनों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।