सूरत की नई सिविल अस्पताल एक बार फिर विवादों में आ गई है। कुछ दिन पहले ही सर्जरी विभाग में सीनियर और जूनियर रेज़िडेंट डॉक्टर के बीच हाथापाई की घटना सामने आई थी। अब एक नया वीडियो वायरल हुआ है जिसमें आपातकालीन विभाग (इमरजेंसी) में एक गंभीर दर्द से कराह रहे मरीज़ को समय पर इलाज नहीं मिला।
पेट और कमर में दर्द की शिकायत लेकर आया मरीज़
मिली जानकारी के अनुसार, पांडेसरा क्षेत्र का 34 वर्षीय युवक पेट और कमर में तेज़ दर्द की शिकायत के चलते शनिवार देर रात सिविल अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर के आपातकालीन विभाग में पहुंचा। उसे तेज़ दर्द हो रहा था और वह कराह रहा था, लेकिन काफी देर तक भी उसे कोई इलाज नहीं मिला। उसके साथ आए व्यक्ति ने इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो बना लिया।
मरीज़ दर्द से तड़पता रहा
वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि युवक दर्द से कराहते हुए बिस्तर पर तड़प रहा है। वहीं, दो डॉक्टर आराम कर रहे थे और एक डॉक्टर मोबाइल पर गेम खेलते दिखाई दे रहा था। कोई भी डॉक्टर मरीज़ की मदद के लिए नहीं उठा। जब वीडियो बनाना शुरू किया गया, तो एक डॉक्टर सिर्फ औपचारिकता निभाते हुए मरीज़ को देखकर वापस बैठ गया। मरीज़ को राहत देने के लिए किसी तरह की चिकित्सकीय कार्रवाई नहीं की गई।
महिला सिक्योरिटी गार्ड ने किया अभद्र व्यवहार
वीडियो बनाते समय वहां एक महिला सुरक्षा गार्ड पहुंची, जिसने वीडियो बना रहे व्यक्ति से मोबाइल छीनने की कोशिश की और धमकी भरे अंदाज़ में कहा कि “जिसे देना है उसे दे देना”, और गाली-गलौच करती रही। इसके बाद भी मरीज़ का इलाज शुरू नहीं किया गया।
अधिकारियों ने जांच के लिए देखा सीसीटीवी
यह वीडियो सिविल अस्पताल के अधिकारियों तक भी पहुंचा, जिसके बाद ट्रॉमा सेंटर के सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई। अधिकारियों के अनुसार, सीसीटीवी में मरीज़ खुद चलते हुए इलाज के लिए आता दिखाई देता है। उसे पेट दर्द की शिकायत थी और उस समय सर्जरी विभाग के डॉक्टर एक अन्य गंभीर मरीज़ का इलाज कर रहे थे। अधिकारी ने यह भी कहा कि यह मरीज़ गंभीर स्थिति में नहीं था और बाद में उसकी ज़रूरी जांचें, जैसे सोनोग्राफी आदि करवाई गईं और उसे इलाज दिया गया।
सिविल अस्पताल के अधिकारी ने यह भी बताया कि डॉक्टरों को समय पर इलाज देने की सख्त हिदायत दी गई है और अभद्र व्यवहार करने वाली महिला सुरक्षा गार्ड को वहां से हटा कर दूसरी जगह तैनात कर दिया गया है।