त्रिपुर सुंदरी मंदिर में ‘अल्लाह के बंदे’ गाने पर राजनीतिक घमासान, सीपीआई(एम) ने की कार्रवाई की मांग

त्रिपुर सुंदरी मंदिर में ‘अल्लाह के बंदे’ गाने पर राजनीतिक घमासान, सीपीआई(एम) ने की कार्रवाई की मांग

अगरतला, 21 मई (हि.स.)। त्रिपुरा के गोमती जिले में स्थित प्रसिद्ध माता त्रिपुरसुंदरी मंदिर में एक स्ट्रीट परफॉर्मर द्वारा ‘अल्लाह के बंदे’ गाने पर प्रदर्शन करने के दौरान विरोध किए जाने को लेकर राजनीतिक घमासान मच गया है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें एक व्यक्ति स्वयं को ‘राष्ट्रवादी’ बताते हुए कलाकार शानू मलाकार को इस्लामिक संदर्भ वाले गीत गाने पर आपत्ति जताते हुए दिखाई दे रहा है। मलाकार ने सफाई दी कि वह अपने प्रदर्शन से गरीबों की सहायता के लिए धन एकत्रित करता है।

इस घटना के बाद, सीपीआई(एम) के नेता जितेंद्र चौधरी ने इसे धार्मिक असहिष्णुता का उदाहरण बताते हुए राज्य सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह घटना संविधान द्वारा प्रदत्त अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार का उल्लंघन है। वहीं, भाजपा के प्रवक्ता नबेंदु भट्टाचार्य ने कहा कि मंदिरों में अजान नहीं हो सकती, जैसे मस्जिदों में दुर्गा पूजा नहीं हो सकती।

पुलिस ने बताया कि उन्होंने वीडियो देखा है, लेकिन अभी तक कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं की गई है। इससे पहले, गोमती जिला प्रशासन ने मंदिर परिसर में ऐसे प्रदर्शन और वीडियो शूटिंग पर प्रतिबंध लगाने का निर्देश जारी किया था, जिससे धार्मिक भावनाएं आहत न हों।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश

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